ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

US-भारत में रक्षा साझेदारी पर हस्ताक्षर, अगले दशक तक के लिए बड़ा समझौता

यह समझौता न केवल रक्षा साझेदारी को नई ऊंचाई देगा, बल्कि हिंद-प्रशांत में रणनीतिक संतुलन और क्षेत्रीय शांति के लिए एक निर्णायक कदम साबित होगा।

अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह / Courtesy: @SecWar via 'X'

अमेरिका के रक्षा सचिव (सेक्रेटरी ऑफ वॉर) पीट हेगसेथ और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 31 अक्टूबर को 'यूएस-इंडिया मेजर डिफेंस पार्टनरशिप 2025 फ्रेमवर्क' पर हस्ताक्षर किए। यह ऐतिहासिक समझौता दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच रक्षा सहयोग को अगले दस वर्षों तक नई दिशा देगा और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा रणनीतिक दृष्टिकोण को और मजबूत करेगा।

यह समझौता मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आयोजित आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक (ADMM-Plus) के दौरान हुआ। यह 2023 के यूएस-इंडिया रोडमैप फॉर डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन की जगह लेगा और 13 फरवरी 2025 को हुई ट्रंप-मोदी संयुक्त घोषणा के तहत तैयार किया गया है। पीट हेगसेथ ने कहा, 'अमेरिका-भारत साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता का स्तंभ है और अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है। यह नया फ्रेमवर्क सामरिक तालमेल और साझा शक्ति के रास्ते को दर्शाता है।'

यह भी पढ़ें- भारतीय मूल की महिला की हत्या के आरोप में पाकिस्तानी पति पर मुकदमा

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और संतुलन का लक्ष्य

पेंटागन के अनुसार, यह फ्रेमवर्क ज़मीन, समुद्र, वायु, अंतरिक्ष और साइबर—पांचों क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाएगा। दोनों देशों ने हिंद-प्रशांत में 'शांति, स्थिरता और शक्ति संतुलन' बनाए रखने के संकल्प को दोहराया है। समझौते के तहत संयुक्त सैन्य अभ्यासों की संख्या और जटिलता बढ़ाने, सूचनाओं के आदान-प्रदान, और रक्षा प्रणालियों के सह-उत्पादन पर ज़ोर दिया जाएगा। यह अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी खाका है जो दोनों सेनाओं को पहले से कहीं अधिक करीब लाएगा।

This post is for paying subscribers only

SUBSCRIBE NOW

Comments

Related