क्लॉकवाइज: IBM की मधु कोचर, सेज की अरविंदा गोलापुडी, अर्ली वार्निंग सर्विसेज की विशलेशा पाटिल, जीई हेल्थकेयर की गुरप्रीत कौर, बोनटेर्रा की तनुजा कोरलेप्रा, सेज में प्लेटफॉर्म बिजनेस यूनिट की प्रमुख अरविंदा गोलापुडी और वेल्स फार्गो की किरण कौर। / LinkedIn
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के क्षेत्र में नेतृत्व और नवाचार दिखाने वाली भारतीय मूल की छह महिला तकनीकी नेताओं को प्रतिष्ठित ‘Stevie Awards for Women in Business’ के अंतर्गत आयोजित ‘SheShapesAI Awards’ में फाइनलिस्ट चुना गया है।
यह पुरस्कार ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी Persistent Systems द्वारा प्रायोजित हैं और इनका उद्देश्य है AI, डेटा और सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में महिलाओं द्वारा किए जा रहे परिवर्तनकारी कार्यों को सम्मानित करना।
इन छह भारतीय मूल की महिलाओं का चयन हुआ।
इन सभी को 48 देशों से प्राप्त 1,500 से अधिक नामांकनों में से चुना गया है। इन फाइनलिस्टों को 10 नवंबर 2025 को न्यूयॉर्क सिटी में आयोजित SheShapesAI Awards गाला में सम्मानित किया जाएगा। अन्य श्रेणियों में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज विजेताओं की घोषणा सितंबर में की जा चुकी है।
यह पहली बार है जब Persistent Systems ने Stevie Awards के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग के तहत पांच नई कैटेगरीज पेश की गईं हैं जिनका उद्देश्य उन महिला नेताओं को पहचान देना है जो AI के प्रयोग और अपनाने के तरीके को उद्योगों में बदल रही हैं। इन फाइनलिस्टों का चयन 190 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा छह जूरी पैनलों में दिए गए औसत अंकों के आधार पर किया गया।
Persistent Systems के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर शिमोना चड्ढा ने कहा कि Persistent में हम मानते हैं कि नवाचार तभी फलता-फूलता है जब विविध आवाजें साहस और विश्वास के साथ नेतृत्व करती हैं। इन महिलाओं को सम्मानित करना हमारे लिए उस चमक, दृढ़ता और नेतृत्व का उत्सव मनाना है जो व्यवसाय और तकनीक के भविष्य को आकार दे रहा है।
Stevie Awards के अध्यक्ष मैगी मिलर ने कहा कि Persistent के SheShapesAI Awards 2025 की सभी अद्भुत फाइनलिस्टों को बधाई। ये दूरदर्शी महिलाएं वैश्विक AI इकोसिस्टम को दिशा दे रही हैं और आने वाले नवप्रवर्तकों के लिए प्रेरणा बन रही हैं।
2002 से शुरू हुए Stevie Awards for Women in Business अब तक दुनिया भर की महिला उद्यमियों, अधिकारियों और इनोवेटर्स को सम्मानित करते रहे हैं। इस वर्ष Persistent के साथ सहयोग के जरिए यह कार्यक्रम अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे तेज गति से विकसित होते क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों को भी वैश्विक स्तर पर मान्यता दे रहा है।
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