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आतंकी पन्नू मामले में विकास यादव पर अमेरिका के आरोप को परिवार ने किया खारिज

विकास के चचेरे भाई अविनाश यादव ने हरियाणा राज्य के प्राणपुरा गांव में कहा, 'परिवार को उनके जासूसी एजेंसी के लिए काम करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हम दोनों की नियमित रूप से एक-दूसरे से बात होती रहती है, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कभी कुछ भी नहीं बताया।'

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश का आरोप अमेरिका ने विकास यादव पर लगाया है। / FBI/Handout via Reuters

एक भारतीय पूर्व अधिकारी पर अमेरिका ने हत्या के लिए किराये पर हत्यारा भेजने का आरोप लगाया है। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश का आरोप अमेरिका ने विकास यादव पर लगाया है। लेकिन उनके परिवार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। परिवार को यह जानकर हैरानी हुई कि विकास यादव FBI द्वारा वॉन्टेड हैं। विकास यादव के चचेरे भाई अविनाश यादव ने इन दावों को गलत मीडिया रिपोर्ट्स कहा।

अविनाश यादव ने हरियाणा राज्य के प्राणपुरा गांव में कहा, 'परिवार को उनके जासूसी एजेंसी के लिए काम करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हम दोनों की नियमित रूप से एक-दूसरे से बात होती रहती है, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कभी कुछ भी नहीं बताया।'

अमेरिका के न्याय विभाग ने यादव पर पिछले साल सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की एक नाकाम साजिश को अंजाम देने का आरोप लगाया है। आरोपपत्र के मुताबिक, यादव भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग में जासूसी सर्विस के एक अधिकारी थे। वहीं, भारत ने साफ किया है कि विकास यादव अब सरकारी कर्मचारी नहीं हैं। हालांकि, भारत ने ये नहीं बताया है कि विकास रॉ के लिए काम करते थे या नहीं। भारत ने कहा है कि वो विकास यादव पर लगे आरोपों की जांच कर रहा है।

विकास के चचेरे भाई ने कहा, 'परिवार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वह जासूसी एजेंसी के लिए काम करता था। उसने इस बारे में कभी कुछ नहीं बताया, हालांकि दोनों नियमित रूप से एक-दूसरे से बात करते थे। 28 साल के अविनाश यादव ने कहा, 'हमारे लिए वह अभी भी CRPF के लिए काम कर रहा है, जो कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल है। इसमें वह 2009 में शामिल हुआ था। उसने हमें बताया कि वह डिप्टी कमांडेंट है और एक पैराट्रूपर के रूप में प्रशिक्षित हुआ था।'

चचेरे भाई ने कहा कि उसे नहीं पता कि विकास यादव कहां है, लेकिन वह अपनी पत्नी और एक बेटी के साथ रहता है जो पिछले साल पैदा हुई थी। भारतीय अधिकारियों ने यादव के रहने की जगह के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। वॉशिंगटन पोस्ट ने गुरुवार को अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए रिपोर्ट की थी कि यादव अभी भी भारत में है और उम्मीद है कि अमेरिका उसके प्रत्यर्पण की मांग करेगा।

विकास की मां 65 साल की सुदेश यादव ने कहा कि वह अभी भी हैरान हैं। उन्होंने कहा, 'मैं क्या कहूं? मुझे नहीं पता कि अमेरिकी सरकार सच बोल रही है या नहीं। वह देश के लिए काम कर रहा था।' अमेरिका ने यादव पर एक और भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को निर्देश देने का आरोप लगाया है। जिसके बारे में वह कहता है कि उसने एक हत्यारे को $15,000 दिए थे, ताकि वह पन्नू की हत्या कर सके।

लेकिन प्राणपुरा में यादव के चचेरे भाई ने एक मंजिला घर की तरफ इशारा किया, और कहा, 'इतना पैसा कहां से आएगा? क्या आप इस घर के बाहर कोई ऑडी और मर्सिडीज खड़ी देख रहे हैं?'

स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के लगभग 500 परिवारों में से ज्यादातर परिवार पारंपरिक रूप से अपने बच्चों को सुरक्षा बलों में शामिल करने के लिए भेजते हैं। अविनाश यादव ने कहा कि विकास यादव के पिता की 2007 में मृत्यु हो गई थी। वह सीमा सुरक्षा बल में एक अधिकारी थे। उनके भाई हरियाणा पुलिस में काम करते है। एक और चचेरे भाई अमित यादव (41) ने कहा कि विकास यादव एक शांत लड़का है जो किताबों और एथलेटिक्स में रूचि रखता थे और राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज थे।

अमित ने कहा, 'सिर्फ केंद्र सरकार और विकास को पता है कि क्या हुआ है। भारतीय अधिकारियों को उनको सूचित करना चाहिए। अगर सरकार एक अधिकारी को छोड़ देती है तो फिर उनके लिए कौन काम करेगा? अविनाश यादव ने कहा, 'हम चाहते हैं कि भारत सरकार हमारा समर्थन करे, उन्हें हमें सूचित करना चाहिए कि क्या हुआ है। वरना हम कहां जाएंगे?'

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