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अमेरिका और भारत इस तंत्र को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच पर आए

भारत और अमेरिका ने स्टार्टअप के बीच सहयोग बढ़ाने, तमाम तरहों की बाधाओं को दूर करने को लेकर साथ आए हैं। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा,समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना 21 वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

भारत और अमेरिका कई क्षेत्रों में एक दूसरे का साथ के लिए करीब आ रहे हैं। इन दिनों भारत के वाणिज्य मंत्री अमेरिकी दौरे पर हैं। इस बीच खबर आई है कि भारत और अमेरिका ने स्टार्टअप के बीच सहयोग बढ़ाने, तमाम तरहों की बाधाओं को दूर करने और उद्यमियों द्वारा धन जुटाने के तरीकों को साझा करने के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

‘इनोवेशन हैंडशेक के जरिए इनोवेशन इकोसिस्टम को बढ़ाना’ नाम के समझौते पर 14 नवंबर को सैन फ्रांसिस्को में हस्ताक्षर किए गए थे। भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सैन फ्रांसिस्को में हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए । पीयूष गोयल ने कहा,समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना 21 वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।



भारतीय उद्योग के हस्तियों, प्रमुख आईसीटी कंपनियों के सीईओ, वेंचर कैपिटल फर्मों के अधिकारियों और महत्वपूर्ण और उभरते प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्टार्टअप के संस्थापकों ने भाग मीटिंग में लिया और अमेरिका-भारत प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।

पीयूष गोयल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह एमओयू आर्थिक गतिविधि, निवेश आकर्षित करने और रोजगार पैदा करने को लेकर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने कहा कि विशेष रूप से महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों (सीईटी) में जैसा कि भारत-अमेरिका महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पहल (आईसीईटी) के तहत पहचाना गया है।

इसमें कहा गया है कि समझौता ज्ञापन गहरे तकनीकी क्षेत्रों में स्टार्टअप इको सिस्टम को मजबूत करने और महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक संयुक्त प्रतिबद्धता का संकेत देता है। इसे आर्थिक गतिविधियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने, निवेश आकर्षित करने और रोजगार पैदा करने के लिए अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।

सहयोग के दायरे में भारत-अमेरिका इनोवेशन हैंडशेक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शामिल होगी। 2024 की शुरुआत में भारत और अमेरिका में दो कार्यक्रम होने वाले हैं, जिसमें देशों की स्टार्टअप कंपनियों को अपने विचारों और उत्पादों को बाजार में ले जाने में मदद करने के उद्देश्य से एक निवेश मंच और सिलिकॉन वैली में एक हैकाथॉन शामिल है, जहां अमेरिका और भारतीय स्टार्टअप वैश्विक आर्थिक चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए विचारों और प्रौद्योगिकियों का आदान प्रदान करेंगे।

excerpt : भारत और अमेरिका ने स्टार्टअप के बीच सहयोग बढ़ाने, तमाम तरहों की बाधाओं को दूर करने को लेकर साथ आए हैं। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा,समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना 21 वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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