भारत के जम्मू कश्मीर की पहलगाम घाटी में बीते 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की ब्राजील में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में कड़े शब्दों में निंदा की। सदस्य देशों ने आतंकवाद पर कुछ देशों के दोहरे मापदंड को खारिज करते हुए इसके हर रूप के प्रतिकार का आह्वान किया।
ब्रिक्स नेताओं ने साफ तौर पर कहा कि वे आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ हैं। उन्होंने यह भी दोहराया कि आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही, फंडिंग और उनके सुरक्षित ठिकानों को खत्म करना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने जिन आतंकियों और आतंकी संगठनों पर बैन लगाया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य कृत्य की पूरी दुनिया में निंदा की गई। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था और अपना स्टैंड स्पष्ट करने के लिए दुनिया के 34 देशों में अपने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे थे।
17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई। नेताओं ने 'रियो डी जेनेरियो घोषणा' को अपनाने का ऐलान किया और तय किया...
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