ADVERTISEMENTs

ट्रम्प की मित्र लॉरा लूमर और रो खन्ना में इजराइल-हमास युद्ध पर तीखी बहस

बहस की शुरुआत तब हुई जब लूमर ने खन्ना से पूछा कि उन्होंने इस सप्ताहांत अरबकॉन में हमास समर्थकों के साथ मंच साझा क्यों किया।

लॉरा लूमर और रो खन्ना / Wikipedia

भारतीय मूल के डेमोक्रेट सांसद रो खन्ना और राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की धुर दक्षिणपंथी प्रभावशाली मित्र लॉरा लूमर के बीच 28 सितंबर को तीखी बहस हुई। लॉरा लूमर ने फिलिस्तीनी राज्य का समर्थन करने के लिए उनसे इस्तीफा देने को कहा और उनके खिलाफ अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया।

दोनों के बीच लंबी-चौड़ी बातचीत ने सोशल मीडिया पर यूजर्स का ध्यान आकर्षित किया। यूजर्स दो हिस्सों में बंट गये और कई बार तीखी और अभद्र प्रतिक्रियाएं पोस्ट कीं। खन्ना संयमित रहे, जबकि लूमर ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

इसकी शुरुआत लूमर द्वारा खन्ना से यह पूछने से हुई कि उन्होंने इस सप्ताहांत अरबकॉन में हमास समर्थकों के साथ मंच क्यों साझा किया जो 7 अक्टूबर की निंदा करने के सवाल पर हंसे और खुशी मनाई। तब लॉरा ने कहा कि रो खन्ना को इस्तीफा दे देना चाहिए।

लॉरा 45वीं अरबकॉन का जिक्र कर रही थीं जो मिशिगन के डार्बोर्न में अमेरिकी-अरब भेदभाव विरोधी समिति द्वारा आयोजित एक सम्मेलन था। उसमें खन्ना ने भी भाग लिया था। खन्ना ने जवाब दिया: 47 हाउस डेमोक्रेट्स ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने के मेरे पत्र का समर्थन किया। 30 ने स्पष्ट रूप से इसका विरोध करते हुए एक पत्र पर हस्ताक्षर किए। स्थिति बदल रही है, लेकिन हमें अभी काम करना है।

लूमर ने आरोप लगाना शुरू किया और कहा कि फिलिस्तीनी राज्य के समर्थक इस्लामी आतंकवाद का समर्थन करते हैं। उन्होंने सम्मेलन का एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें खन्ना वहां दिखाई दे रहे थे। उन्होंने खन्ना पर आतंकवाद को माफ करने के लिए 'गैसलाइटिंग' करने का भी आरोप लगाया।

खन्ना ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि मैं हमास को एक आतंकवादी समूह और 7 अक्टूबर की घटना की स्पष्ट निंदा करता रहा हूं। मुझे विश्वास है कि लोग मेरे शब्दों और रिकॉर्ड के आधार पर मेरा मूल्यांकन करेंगे, न कि किसी सम्मेलन में कही गई हर बात को मेरे नाम से जोड़ेंगे!

इस बहस के बीच खन्ना ने लूमर से पूछा तो क्या आप विश्वास करती हैं कि गाजा में उन महिलाओं और बच्चों को मारना ठीक है जो हमास की ब्रिगेड और बटालियन का हिस्सा नहीं हैं? लूमर ने पलटवार करते हुए कहा कि महिलाएं और बच्चे 'आतंकवादी हो सकते हैं' और उनसे पूछना जारी रखा कि उन्होंने सम्मेलन में क्यों बात की।

खन्ना ने हमास के हमले को भयावह बताया और गाजा पर लूमर की आलोचना करते हुए लिखा: मैंने 7 अक्टूबर को हमास के आतंकवादी हमलों को भयावह बताया है और बंधकों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। मैं उन सभी से पूरी तरह असहमत हूं जो इसे कम या ज्यादा महत्व देते हैं। अब क्या आप नेतन्याहू द्वारा गाजा में महिलाओं और बच्चों की लगातार हत्या की निंदा करती हैं?

Comments

Related

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video