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भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर अमेरिकी दृष्टिकोण का भविष्य

भारत- पाकिस्तान की सीमा पर आए दिन तनाव की खबरों के बीच यूएस में विदेश मामलों के विश्लेषकों ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि चीन-भारत सीमा विवादों के संभावित समाधान के बिना भारत-पाकिस्तान समाधान का समर्थन करने की संभावना नहीं है।

भारत- चीन और पाकिस्तान लंबे समय से सीमा विवाद के मुद्दों को सुलझा नहीं पाए हैं। हाल ही में पहलगाम हमले के बाद भारत- पाक के बीच संघर्ष की स्थित के बाद युद्ध विराम पर सहमति बनी, लेकिन एक्सपर्ट्स इसे स्थाई नहीं मान रहे। अमेरिकी विश्लेषकों का कहना है कि चीन-भारत सीमा विवादों का समाधान भी जरूरी है। इसके बिना भारत-पाकिस्तान के बीच मुद्दों का समाधान होने की संभावना ना के बराबर है। 

अमेरिकी विश्लेषकों का तर्क है कि भारत-पाकिस्तान मतभेदों को हल करने के लिए अमेरिका के किसी भी प्रयास को दक्षिण एशिया में अमेरिका और चीन की "ब्लॉक राजनीति" और एशियाई महाद्वीप में उनकी प्रतिस्पर्धी मुद्रा द्वारा प्रभावित किया जा सकता है। यूएस विश्लेषक भारत और पाकिस्तान के बीच विवादास्पद मुद्दे का भी जिक्र करते हैं। उनका मानना है कि यह सिर्फ द्विपक्षीय विवाद नहीं, बल्कि इसमें चीन भी शामिल है। ऐसे में इसे एक त्रिपक्षीय विवाद के रूप में देखा जाना चाहिए। 

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