डिंपल गर्ल प्रीति जिंटा 50 की हो गई हैं। दो बार मौत को दगा देने वाली प्रीति ने हाल ही में कैलिफोर्निया की विनाशकारी आग की आंच भी झेली है। उस आग के भयावह दृश्य उन्हें आज भी तकलीफ देते हैं। बहरहाल, अब खेल को लेकर सुर्खियों में रहने वाली प्रीति एक बार फिर पर्दे पर वापसी करने वाली हैं। इनसाइडर की एक नजर...
टेम्पटेशन टूर के दौरान हुआ मौत से सामना
31 जनवरी को अपने 50वें जन्मदिन से कुछ हफ्ते पहले ही प्रीति एक महाविनाशी आग की प्रत्यक्षदर्शी थीं। लॉस एंजिलिस के जंगल की आग ने पड़ोस को तबाह कर दिया था जहां भारतीय अभिनेत्री 2016 में अमेरिका स्थित जलविद्युत ऊर्जा कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीन गुडइनफ से शादी करने के बाद स्थानांतरित हो गई थी। उन्होंने 12 जनवरी को एक्स पर लिखा- हमारे आसपास हुई तबाही से मैं दुखी हूं और भगवान की आभारी हूं कि हम अभी तक सुरक्षित हैं।
यह पहली बार नहीं है जब प्रीति की जान खतरे में पड़ी हो। इससे पहले 11 दिसंबर 2004 को वह शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा, सैफ अली खान, सेलिना जेटली और जायद खान के साथ टेम्पटेशन कॉन्सर्ट टूर के हिस्से के रूप में श्रीलंका में थीं। तब एक स्थानीय खेल स्टेडियम में शाम के आखिरी प्रदर्शन के दौरान मंच से छह फीट से भी कम दूरी पर एक बम विस्फोट हुआ।
प्रीति अब भी उस त्रासदी के सदमे से जूझ रही हैं जिसमें दो लोगों की जान चली गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। उस हादसे के एक पखवाड़े बाद, 25 दिसंबर को वह छुट्टी के लिए फुकेत पहुंचीं। मगर कुछ घंटों बाद हिंद महासागर में सुनामी ने थाईलैंड के तट सहित 14 देशों को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें 2,30,000 से अधिक लोग मारे गए और उनके कई करीबी दोस्त दूर चले गए। प्रीति अपने समूह में अकेली जीवित बची थीं।
पिता के सपने को पूरा करने की कोशिश...
लगातार दो बार मौत से बचने के बाद प्रीति द्वीप पर आठ दिन बिताकर मुंबई लौट गईं। जीवित होने के लिए आभारी और दूसरों के लिए कुछ सार्थक करने के संकल्प के साथ। एक खेल स्कूल शुरू करना उसके पिता का सपना था, लेकिन प्रीति को जल्द ही अहसास हुआ कि अकेले यह काम करना बहुत महंगा पड़ेगा। इसीलिए इसके बजाय उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में कदम रखा। एक क्रिकेट फ्रेंचाइजी की आंशिक मालिक बनने के लिए अपने कुछ पैसों का निवेश किया। पिछले 16 वर्षों में वार्षिक टी20 लीग के दौरान हर किसी ने उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब के लिए उत्साहपूर्वक चियर करते देखा है। वर्ष 2017 में उन्होंने अपने निवेश पोर्टफोलियो में एक और टीम, स्टेलनबोश किंग्स को जोड़ा और दक्षिण अफ्रीकी टी20 ग्लोबल लीग में प्रवेश किया। दोनों लीगों ने कई युवा खेल प्रतिभाओं को विकसित और पोषित किया है। इससे प्रीति के पिता का सपना साकार हुआ।
दुर्गानंद जिंटा भारतीय सेना में एक मेजर थे। उनकी एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उनकी पत्नी नीलप्रभा भी दो साल तक बिस्तर पर रहीं। दोनों के पहले बच्चे दीपांकर बाद में सेना में शामिल हो गये। दो साल छोटा मनीष कैलिफोर्निया में बस गया और प्रीति ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। अंग्रेजी ऑनर्स के साथ उन्होंने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद आपराधिक मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर किया और फिर एक अभिनेत्री बनकर सभी को चकित कर दिया।
प्रीति की फिल्मों में एंट्री का मामला किस्मत से हुआ। जब वह 21 साल की थीं तब एक दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में उनकी मुलाकात एक विज्ञापन-फिल्म निर्माता से हुई जिसने उन्हें पर्क विज्ञापन के लिए ऑडिशन देने के लिए राजी किया और आखिरकार वह कैडबरी पर्क गर्ल बन गईं। इसके बाद ढेर सारे विज्ञापन आने लगे। फिर, एक दिन, वह एक दोस्त के साथ एक ऑडिशन के लिए गईं और शेखर कपूर ने उन्हें अपने संगीतमय रोमांस तारा रम पम पम में एक प्रमुख भूमिका के लिए चुना।
फिल्म तो नहीं चली लेकिन शेखर की सिफारिश पर प्रीति को मणिरत्नम निर्देशित फिल्म दिल से... मिल गई, जिसके वह सह-निर्माता थे। केवल 20 मिनट के स्क्रीन टाइम के साथ भी डिंपल गर्ल जिंटा ने रोमांटिक थ्रिलर में सबका ध्यान खींचा। दिल से... यूके की शीर्ष 10 में प्रवेश करने वाली पहली भारतीय फिल्म थी। ब्लॉकबस्टर सोल्जर के बाद प्रीति जिंटा को 1998 की सबसे होनहार नवोदित कलाकार के रूप में पहचान मिली। फिर कई बड़े सितारों के साथ स्क्रीन साझा किया।
लोग उन्हे कुन्दन शाह की फिल्म क्या कहना में अविवाहित किशोर मां प्रिया के रूप में भी याद करते हैं जो साहसपूर्वक सामाजिक कलंक और बहिष्कार का सामना करते हुए बच्चे को रखने का फैसला करती है और अंत में उस बच्चे के पिता को भी अपने साथ खड़ा होने से मना कर देती है जो जरूरत के वक्त उसके पास नहीं था। यह एक ऐसी भूमिका थी जिसे तब की कई अभिनेत्रियों ने स्वीकार नहीं किया होगा लेकिन यह प्रीति के लिए स्पष्ट पसंद थी क्योंकि उनके पिता उन्हें बताते थे कि जब अधिकांश भारतीय महिलाएं अपने पिता, पतियों और बेटों पर निर्भर रहती हैं वह चाहते थे कि उनकी बेटी अपने भाग्य की मालिक खुद बने।
वापसी की तैयारी...
अब प्रीति जिंटा एक और वापसी के लिए तैयार हैं। इस साल के अंत में हम उन्हें आमिर खान प्रोडक्शन की 1947 लाहौर में देखेंगे। राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित और सनी देओल और शबाना आजमी अभिनीत यह कथा विभाजन के तुरंत बाद की है जिसमें लखनऊ का एक मुस्लिम जोड़ा लाहौर की एक हवेली में रहता है और उसे पिछले मालिक एक बुजुर्ग हिंदू महिला के साथ एक छत साझा करनी पड़ती है। यह प्रीति के लिए एक नई पारी की शुरुआत हो सकती है।
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