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लॉस एंजिल्स में ‘संगम’: दिवाली पर एकता का संदेश

इस कार्यक्रम में राजनयिकों, धर्मगुरुओं, शिक्षाविदों, उद्योग जगत के नेताओं और सामुदायिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

दिवाली सेलीब्रेशन / BAPS

लॉस एंजिल्स के बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में दिवाली का पर्व इस बार सिर्फ रोशनी और रंगों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एकता, सांस्कृतिक मेलजोल और आस्था के संगम का प्रतीक बन गया। मंदिर परिसर में आयोजित “संगम – इंटरफेथ एंड मल्टीकल्चरल दिवाली सेलिब्रेशन” में दक्षिणी कैलिफोर्निया के विभिन्न समुदायों, देशों और धर्मों के प्रतिनिधि एकजुट हुए।

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इस कार्यक्रम में राजनयिकों, धर्मगुरुओं, शिक्षाविदों, उद्योग जगत के नेताओं और सामुदायिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आयोजन का उद्देश्य था — दिवाली के सार्वभौमिक संदेश “अंधकार पर प्रकाश और विभाजन पर एकता की जीत” को आत्मसात करना और भारत तथा भारतीय प्रवासी समुदाय के रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाना।

 

कार्यक्रम की झलकियां। / BAPS

मेहमानों का स्वागत पारंपरिक भारतीय आतिथ्य के साथ मंदिर के हवेली परिसर में किया गया। इसके बाद उन्होंने मंदिर की कलात्मक नक्काशी और स्थापत्य सौंदर्य को नजदीक से देखा। मुख्य कार्यक्रम मंदिर के प्रांगण में हुआ, जहां रोशनी से नहाए वातावरण में इंटरफेथ प्रार्थनाएं, सांस्कृतिक संबोधन और पारंपरिक शाकाहारी भोजन (थाली) की व्यवस्था थी।

कार्यक्रम की शुरुआत भारत के लॉस एंजिल्स स्थित पहले कॉन्सुल जनरल डॉ. केजे श्रीनिवास के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समुदायों के बीच पुल बनाने का काम करते हैं। कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूज़म का विशेष संदेश भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने दिवाली की शुभकामनाएं दीं और बीएपीएस मंदिर की एकता और सेवा भावना की सराहना की।

 

कार्यक्रम की झलकियां। / BAPS

इंटरफेथ सत्र की शुरुआत स्थानीय Gabrieleno/Tongva San Gabriel Band of Mission Indians के सदस्यों द्वारा भूमि सम्मान और प्रार्थना से हुई। इसके बाद सिख, जैन, ज़ोरास्ट्रियन, क्रिश्चियन, मुस्लिम, बौद्ध, हिंदू और आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम का समापन लंदन (नीसडेन) स्थित बीएपीएस मंदिर के पुज्य परमतत्वदास स्वामी के प्रेरक वीडियो संदेश से हुआ। उन्होंने कहा कि जैसे लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की तैयारी कर रहा है, वैसे ही faith communities को भी मिलकर दुनिया को एकजुट करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। “जब आस्था समुदाय एक साथ आते हैं,” उन्होंने कहा, “तो हम अपनी सीमाओं से बहुत दूर तक दुनिया को प्रकाशमय कर देते हैं।”

 

कार्यक्रम की झलकियां। / BAPS

इस अवसर पर भारत, आर्मेनिया, एल साल्वाडोर, स्विट्जरलैंड, कंबोडिया, डोमिनिकन रिपब्लिक, दक्षिण अफ्रीका, लिथुआनिया और म्यांमार के दूतावासों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके अलावा LA28 कल्चरल ओलंपियाड कमेटी, स्थानीय विश्वविद्यालयों और संगठनों — जैसे ALAPIO, Smart Village Movement और LA Knightriders Major League Cricket Team — के सदस्य भी शामिल हुए।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित मेहमानों ने मंदिर के सेवा और एकता के मिशन की सराहना की। “संगम” सिर्फ दिवाली का उत्सव नहीं रहा — यह एक साझा प्रतिज्ञा थी कि हम सभी मिलकर एकता, सौहार्द और पारस्परिक सम्मान के प्रकाश से दुनिया को रोशन करें।

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