कार्यक्रम की झलकियां / USIBC via X
अमेरिका-भारत बिजनेस काउंसिल ने 29 अक्टूबर 2025 को डलास में अपनी 50वीं वर्षगांठ विशेष शिखर सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें अमेरिका और भारत के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को प्रमुखता दी गई। आयोजन में सरकार और व्यापार जगत के कई प्रमुख नेता भी शामिल हुए। चर्चाएं मुख्य रूप से दोनों देशों के साझा आर्थिक हितों जैसे नवाचार, पुनःऔद्योगिकीकरण और तकनीक, व्यापार, खेल और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में सहयोग पर केंद्रित रहीं।
भारत के वॉशिंगटन स्थित दूतावास की डिप्टी चीफ ऑफ मिशन नमग्या सी. खाम्पा ने अपने मुख्य भाषण में इस साझेदारी को विस्तृत और गतिशील बताते हुए कहा कि अमेरिका और भारत के बीच बन रहा वाणिज्यिक गलियारा दोनों देशों की बढ़ती आर्थिक निकटता का प्रमाण है।
कार्यक्रम की शुरुआत अमेरिका-भारत बिजनेस काउंसिल यानी USIBC के अध्यक्ष अतुल केशप ने की। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश का रिश्ता बेहद समृद्ध है और इस सकारात्मक गति को बनाए रखना दोनों देशों के लिए जरूरी है।
कार्यक्रम में ह्यूस्टन स्थित भारत के कॉन्सुल जनरल डी.सी. मंजीनाथ भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि टेक्सास अमेरिकी राज्यों में भारतीय निवेश पाने वाला सबसे अग्रणी राज्य है। यह दोनों क्षेत्रों के बीच मजबूत और स्थायी व्यावसायिक संबंधों का प्रमाण है।
मंजीनाथ ने नवाचार और पुनःऔद्योगिकीकरण जैसे विषयों पर संदर्भ प्रस्तुत करते हुए कहा कि अमेरिका-भारत साझेदारी रोजगार सृजन, विकास और साझा समृद्धि के नए अवसर खोल रही है।
कार्यक्रम की एक प्रमुख विशेषता थी स्पोर्ट्स पर फायरसाइड चैट, जिसमें मेजर लीग क्रिकेट के सीईओ जॉनी ग्रेव और चेंबर ऑफ कॉमर्स – साउथ एशिया रिलेशंस के वीपी ने भाग लिया था। उन्होंने बताया कि कैसे खेल उद्योग आज संस्कृति, तकनीक और नवाचार को मिलाकर फैन्स के अनुभव को वैश्विक स्तर पर नया रूप दे रहा है। दोनों वक्ताओं ने कहा कि क्रिकेट का अगला बड़ा अध्याय अब अमेरिका में लिखा जा रहा है।
दूसरा अहम सत्र था ‘Building for Growth: On the Front Lines of the Reindustrialization of America’ जिसमें चर्चा हुई कि कैसे अमेरिका और भारत एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा सहयोग का नया दौर तैयार कर रहे हैं। यह सत्र बायो वर्ल्ड के संस्थापक राज मलिक द्वारा संचालित किया गया। इस सत्र में
शामिल थे।
एक अन्य चर्चा ‘Tech-Booms in Texas and India: Driving Innovation for Growth Economies’ पर हुई जिसमें बताया गया कि कैसे भारत और टेक्सास दोनों ही वैश्विक नवाचार का अगला अध्याय लिख रहे हैं। इस पैनल को डलास रीजनल चेंबर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट माइक रोजा ने मॉडरेट किया। इसमें
ने हिस्सा लिया था।
ऐसे ही ‘Geopolitics and Markets’ पर भी चर्चा हुई, जिसमें यह बताया गया कि सरकारें, कंपनियां और निवेशक तेजी से बदलती नीतिगत और राजनीतिक परिस्थितियों में कैसे खुद को ढाल सकते हैं। यह सत्र USIBC बोर्ड सदस्य पेरठ जैन के सह-संस्थापक अनुराग जैन के सहयोग से आयोजित किया गया था। इसके पैनलिस्ट में
शामिल हुए थे।
आपको बता दें कि डलास में आयोजित यह USIBC 50वीं वर्षगांठ शिखर सम्मेलन अमेरिका और भारत के बीच बढ़ती आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक साझेदारी का सशक्त प्रतीक रहा। इसने यह स्पष्ट किया कि आने वाले वर्षों में दोनों देशों का सहयोग नवाचार, व्यापार, खेल और इंफ्रास्ट्रक्चर के नए आयाम गढ़ने में अहम भूमिका निभाएगा।
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