नेब्रास्का यूनिवर्सिटी-लिंकन के नेब्रास्का इनोवेशन स्टूडियो (NIS)) ने अमलान बालाबंटारे को इसके उद्घाटन रोबोटिक्स फेलोशिप प्रोग्राम में एक फेलो के रूप में नामित किया है। अमलान कृषि इंजीनियरिंग में पीएच.डी छात्र हैं।
फेलोशिप चयनितों को उनकी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए संसाधन, परामर्श और धन प्रदान करती है। अध्येताओं को उनके विकास में सहायता के लिए स्टूडियो सुविधाओं, 2,500 डॉलर का वजीफा, नेटवर्किंग के अवसर और आवश्यक कक्षाओं तथा कार्यक्रमों तक पहुंच प्राप्त होती है।
भारत के ओडिशा के रहने वाले बालाबंटारे एक एआई-संचालित कृषि रोबोट 'सी एंड टिल' (देखो और खेती करो) विकसित कर रहे हैं जिसे पामर ऐमारैंथ जैसी शाकनाशी-प्रतिरोधी खरपतवारों से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है।
यह परियोजना कृषि में एक महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करती है- खरपतवारों का बढ़ता खतरा जो पारंपरिक शाकनाशियों का विरोध करते हैं तथा फसल की पैदावार और कृषि लाभप्रदता को खतरे में डालते हैं। 'सी एंड टिल' प्रणाली खरपतवारों का पता लगाने और एक सटीक यांत्रिक नियंत्रण तंत्र को सक्रिय करने के लिए वास्तविक समय की छवि पहचान का उपयोग करती है। इससे उन्हें न्यूनतम मिट्टी की गड़बड़ी के साथ हटा दिया जाता है।
यह प्रणाली दृष्टि-आधारित एआई को एक लीनियर एक्चुएटर द्वारा संचालित टिलथर असेंबली के साथ जोड़ती है जो केवल तभी संलग्न होती है जब एक खरपतवार की पहचान की जाती है। 10,000 से अधिक जमीनी छवियों के साथ एआई मॉडल को प्रशिक्षित करके बालाबंटारे का लक्ष्य रोबोट की सटीकता को बढ़ाना और टिकाऊ कृषि प्रथाओं का विस्तार करना है।
NIS रोबोटिक्स के कार्यक्रम समन्वयक जॉन स्ट्रोप ने कहा कि मैं इस कार्यक्रम की प्रतिक्रिया से चकित रह गया हूं। मुझे लगता है कि नेब्रास्का ने नवप्रवर्तकों, रचनाकारों और बिल्डरों के लिए एक केंद्र बनने में जो प्रगति की है वह इस बात का प्रतीक है। यह उद्घाटन समूह नेब्रास्का के भीतर अविश्वसनीय क्षमता को प्रदर्शित करता है, एक ऐसा भविष्य जहां बड़े विचार यहीं जड़ें जमाते हैं और पनपने की गुंजाइश रखते हैं।
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