सिलिकन वैली छोड़ लौटी भारत, कहा- H1B वीजा की बंदिशों में सपनों का दम नहीं घोटना था
हनीषा बताती हैं कि मैंने यह फैसला इसलिए किया ताकि मैं हर वक्त ये डर महसूस न करूं कि मुझे किसी भी समय नौकरी से निकाला जा सकता। इसके अलावा H1B के कानूनों और प्रतिबंधों में मुझे नहीं फंसना था।
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