भारत के राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय (NDLI) और WHEELS ग्लोबल फाउंडेशन (Pan IIT समुदाय का सेवा मंच) ने मिलकर हाल ही में एक विचारोत्तेजक वेबिनार "नेक्स्ट-जेन पावर: होलिस्टिक वेलनेस" का आयोजन किया। इस वेबिनार का उद्देश्य आज की तेज़ रफ्तार और तनावपूर्ण दुनिया में संतुलन और मानसिक मजबूती के ज़रिए नई पीढ़ी को सशक्त बनाना था।
इस वैश्विक वेबिनार में छात्रों, शिक्षकों और पेशेवरों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। मुख्य वक्ता रहीं वीजी नारायणन, जो WHEELS ग्लोबल फाउंडेशन की वेलनेस प्रोग्राम डायरेक्टर हैं और एक वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर भी हैं। सत्र का संचालन WHEELS इंडिया की अध्यक्ष सुजाता रॉय ने किया।
वीजी नारायणन ने बताया कि दुनियाभर की 33% आबादी आज चिंता या अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी चुनौतियों का समाधान केवल इलाज नहीं बल्कि संतुलित, समग्र और सतत जीवनशैली में है।
वेबिनार में पांच प्रमुख स्तंभों पर चर्चा हुई—संतुलन, लचीलापन, रोकथाम, संबंध और स्वीकार्यता। एक प्रमाणित योग शिक्षक होने के नाते वीजी ने प्राचीन भारतीय ज्ञान और आधुनिक जीवन के बीच संतुलन बनाने की बात कही।
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इस सत्र की एक खास पहल रही "ज़ेन लॉन्ज" की शुरुआत, जो IIT खड़गपुर के SN/IG गर्ल्स हॉस्टल में बनाई गई है। यह एक शांत और सकारात्मक स्थान है जहाँ छात्र योग, ध्यान और मानसिक शांति के लिए जुटते हैं। साथ ही ZenWellnessLounge.com नामक वर्चुअल प्लेटफ़ॉर्म की भी घोषणा की गई, जो मानसिक स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए संसाधन, मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करता है।
WHEELS फाउंडेशन अपने Pan IIT एलुमनी नेटवर्क, कॉर्पोरेट लीडर्स, CSR भागीदारों, IAS अधिकारियों और NGO नेटवर्क के माध्यम से इस पहल को तेज़ी से बढ़ा रहा है। इसका उद्देश्य है 2030 तक भारत की 20% “रुर्बन” (ग्रामीण-शहरी मिश्रित) आबादी को तकनीक और वेलनेस के ज़रिए सशक्त बनाना, ताकि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभर सके।
अंत में सभी प्रतिभागियों से अपील की गई कि वे WHEELS फाउंडेशन के "Get Involved" अभियान से जुड़कर इस व्यापक सामाजिक बदलाव का हिस्सा बनें।
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