भारत ने 6 मई की रात को कश्मीर के उस हिस्से पर कार्रवाई की जिस पर पाकिस्तान अपना कब्जा होने का दावा करता है। फैसलाबाद में एक के बाद एक 9 आतंकी ठिकानों पर एक्शन के बाद आंतक को पनाह देने वाला देश बौखलाया हुआ है। ऐसे में सीमा पर गोलीबारी का दौर जारी है। 7 मई की रात से लेकर सीमा के इस पार और उस पार मिलाकर कुल 45 मौतें हो चुकी हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तान की ओर गोलीबारी में 13 नागरिकों और एक सैनिक मारे जाने, तो इस्लामाबाद ने पाक के 31 नागरिकों की मौत की पुष्टि की है। दुनिया के देशों ने भारत- पाक के बीच मौजूदा हालात से निपटने के लिए शांतिपूर्ण कदम उठाने की अपील की है। हालांकि सीमा पर तनाव चरम पर है।
6 मई की रात पीओके में भारत की कार्रवाई और उसके बाद अब तक सीमा के दोनों ओर कम से कम 45 लोगों की मौत की खबर है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। इस्लामाबाद ने एक बयान में कहा कि सीमा पर भारतीय हमलों और गोलीबारी में 31 नागरिक मारे गए। जबकि नई दिल्ली ने कहा कि पाकिस्तानी गोलीबारी में 13 नागरिक और एक सैनिक मारा गया। वहीं पाकिस्तान की सेना ने पांच भारतीय जेट विमानों को मार गिराने का दावा किया। लेकिन भारत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि सूत्रों के हवाले से कहा गया कि तीन लड़ाकू विमान भारतीय सीमा में दुर्घटनाग्रस्त हो गए।
पंजाबी शहर बहावलपुर के मदरसे में बड़ा हमला
पाकिस्तानी सेना के अनुसार सबसे बड़ा भारतीय हमला पंजाबी शहर बहावलपुर के पास एक इस्लामी मदरसे पर हुआ, जिसमें 13 लोग मारे गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के वक्त लोग सहम गए और खुद को बचाने लिए सुरक्षित जगहों पर जाते दिखे। एक स्थानीय 29 वर्षीय मदासर चौधरी ने बताया कि हमले के वक्त कैसे उनकी बहन ने 7 मई को सीमा के भारतीय हिस्से में पुंछ में दो बच्चों को मरते हुए देखा। चौधरी ने कहा, "उसने अपने पड़ोसी के घर से दो बच्चों को भागते हुए देखा और उन्हें वापस अंदर आने के लिए चिल्लाई। वे अपनी आपबीती इसलिए बता रही थीं क्योंकि वह सदमे में थीं।"
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बच्चों को लगे छर्रे
पीओके के स्थानीय मुहम्मद रियाज ने कहा कि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के मुख्य शहर मुज़फ़्फराबाद में भारतीय हमलों के बाद वह और उसका परिवार बेघर हो गए। उन्होंने कहा, "हमारे घर तबाह हो गए हैं, उनके रहने के लिए अब कोई जगह नहीं है। हम बहुत परेशान हैं, हमारे पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है।"
ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम का बदला
भारत ने 6 मई की रात को पीओके में जो हमला किया वो पहलगाम आतंकी हमले का पाकिस्तान को जवाब था। हमले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत आतंक से निपटने हर स्तर पर तैयार है। देश कभी भी आतंक को बर्दाश्त नहीं करेगा। वहीं पीओके पर हमले के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने नियंत्रण रेखा, कश्मीर में वास्तविक सीमा पर गोलीबारी की सूचना दी और कहा कि सशस्त्र बलों को "अपनी पसंद के समय, स्थान और तरीके पर आत्मरक्षा में जवाब देने कहा गया है। वहीं 8 मई की सुबह सेना ने इसका भी जवाब दिया। सेना ने रात भर कई जगहों पर "छोटे हथियारों और तोपों" से गोलीबारी की सूचना दी।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह ऑपरेशन पिछले महीने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद नई दिल्ली का "जवाब देने का अधिकार" था, जब बंदूकधारियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें मुख्य रूप से हिंदू पुरुष थे। नई दिल्ली ने पाकिस्तान स्थित समूह लश्कर-ए-तैयबा को दोषी ठहराया - एक संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संगठन, और राष्ट्रों ने कई दिनों तक धमकियां दीं और कूटनीतिक उपाय किए।
अमेरिकी ने की शांति की अपील
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शांति की अपील की है। वहीं ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची 8 मई को नई दिल्ली में अपने भारतीय समकक्ष सुब्रह्मण्यम जयशंकर से मिलने वाले हैं, जो पाकिस्तान का दौरा करने के कुछ दिनों बाद हैं, क्योंकि तेहरान मध्यस्थता करना चाहता है।
भारत- पाकिस्तान के बीच कई बार युद्ध हुए
1947 में ब्रिटिश शासन के हिंसक अंत के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार युद्ध हुए हैं, जब औपनिवेशिक अधिकारियों ने राष्ट्रों को विभाजित करने के लिए मानचित्रों पर सीधी रेखा वाली सीमाएँ खींची थीं, जिससे समुदाय विभाजित हो गए थे।
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