बोइंग के एक बयान के मुताबिक 2030 तक हवाई यात्रा की वैश्विक मांग में 40% से अधिक की वृद्धि होगी, जिससे अगले कुछ वर्षों में हजारों नए जेटलाइनरों की आवश्यकता होगी। यह बात पेरिस एयरशो से पहले रविवार को जारी वाणिज्यिक एयरलाइनरों के लिए इसके 20-वर्षीय मांग पूर्वानुमान में कही गयी है। कंपनी को उम्मीद है कि 2044 तक 43,600 नए एयरलाइनरों की मांग होगी। यह मूल रूप से पिछले साल के संस्करण के समान ही है, जिसमें 2043 तक 43,975 नई डिलीवरी की मांग का अनुमान लगाया गया था। हालांकूि यूएस प्रशासन के ताजा निर्णय के बाद बोइंग 737 विमानों के प्रोडक्शन की संख्या सीमित कर गई गई है।
यूरोपीय प्रतिद्वंद्वी एयरबस ने पिछले सप्ताह अपने 20-वर्षीय वाणिज्यिक मांग पूर्वानुमान को 2% बढ़ाकर 43,420 जेट कर दिया, जिसमें कहा गया कि हवाई परिवहन उद्योग से मौजूदा व्यापार तनाव से उबरने की उम्मीद है। बोइंग के डिलीवरी प्रक्षेपण में लगभग 33,300 सिंगल-आइल एयरलाइनर, 7,800 से ज़्यादा वाइडबॉडी जेट, 955 फ़ैक्ट्री-निर्मित मालवाहक और 1,545 क्षेत्रीय जेट शामिल हैं। सिंगल-आइल जेट में 737 MAX और प्रतिस्पर्धी एयरबस का A320neo परिवार शामिल है और अब हर पाँच में से चार डिलीवरी इन्हीं से होती हैं।
यूरोपीय प्रतिद्वंद्वी एयरबस ने पिछले सप्ताह अपने 20-वर्षीय वाणिज्यिक मांग पूर्वानुमान को 2% बढ़ाकर 43,420 जेट कर दिया, जिसमें कहा गया कि हवाई परिवहन उद्योग से मौजूदा व्यापार तनाव से उबरने की उम्मीद है। बोइंग के डिलीवरी प्रक्षेपण में लगभग 33,300 सिंगल-आइल एयरलाइनर, 7,800 से ज़्यादा वाइडबॉडी जेट, 955 फ़ैक्ट्री-निर्मित मालवाहक और 1,545 क्षेत्रीय जेट शामिल हैं। सिंगल-आइल जेट में 737 MAX और प्रतिस्पर्धी एयरबस का A320neo परिवार शामिल है और अब हर पाँच में से चार डिलीवरी इन्हीं से होती हैं।
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