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मेंटल हेल्थ के लिए थेरपी कितनी कारगर, अमेरिकी सर्जन जनरल ने आमिर खान और बेटी संग की चर्चा

सर्जन जनरल विवेक मूर्ति ने आमिर खान और उनकी बेटी द्वारा खुलकर अपने विचार सामने रखने की सराहना की और कहा कि इमोशनल हीलिंग के लिए थेरपी काफी मददगार साबित हो सकती है।

अमेरिका के सर्जन जनरल डॉ विवेक मूर्ति ने हाल में आमिर खान और उनकी बेटी के साथ मेंटल हेल्थ पर विशेष चर्चा की। / Image- Netflix India

अमेरिका के सर्जन जनरल डॉ विवेक मूर्ति ने अपनी हालिया भारत यात्रा के दौरान एक्टर आमिर खान और उनकी बेटी इरा खान के साथ मेंटल हेल्थ पर चर्चा की। इरा खान एक वकील और अगत्सु फाउंडेशन की संस्थापक हैं। इस दौरान आमिर खान ने अपनी बेटी के साथ थेरपी लेने और उसके प्रभावों पर भी बात की।

नेटफ्लिक्स इंडिया द्वारा आयोजित इस परिचर्चा में भारत में मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों, रिश्तों व व्यक्तिगत विकास पर इसके प्रभाव और थेरपी की अहमियत पर महत्वपूर्ण चर्चा की गई। आमिर खान ने इस दौरान खुलासा किया कि इरा और मैंने जॉइंट थेरेपी शुरू की है। हम अपने रिश्ते पर काम करने और वर्षों से मौजूद समस्याओं को सुलझाने के लिए एक थेरेपिस्ट के पास जाते हैं। उन्होंने माता-पिता द्वारा अपने बच्चों के प्रति सचेत प्रयास की आवश्यकता पर भी बल दिया। इरा ने कहा कि कोई भी आपको यह नहीं बताता है कि आपको अपने माता-पिता के साथ रिश्ते पर काम करने की जरूरत है। लोग बस यह मानते हैं कि ऐसा होता होगा, लेकिन दरअसल ऐसा होता नहीं है। 

आमिर ने थेरपी को लेकर फैली गलत धारणाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में कई लोग थेरपी लेने का मतलब यह मानते हैं कि उन्हें कोई न कोई मानसिक समस्या है। यह शर्म की बात नहीं है, यह इलाज के बारे में है। उन्होंने बताया कि प्रोफेशनल गाइडेंस ने उन्हें उन भावनाओं और समस्याओं को समझने में मदद की जो वह अकेले नहीं समझ सकते थे।

वार्ता के दौरान इस पहलू पर भी चर्चा की गई कि माता-पिता और बच्चों के बीच अनसुलझे मुद्दे किस तरह मानसिक स्वास्थ्य को गहराई तक प्रभावित कर सकते हैं। इरा ने मन में अपराधबोध लिए बिना खुलकर अपनी बात रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बीती बातों को बोझ न बनने दें और समस्या के समाधान की दिशा में प्रयास करें। 

आमिर ने मानसिक समस्याओं से जूझ रहे युवाओं को मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हो सकता है कि माता-पिता के पास हमेशा आपका सपोर्ट करने के लिए जरूरी स्किल न हों, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि अपनी समस्याओं को अपने तक ही रख लें। किसी से भी बात जरूर करें। वह टीचर हो सकता है, दोस्त हो सकता है या फिर कोई रिश्तेदार। कहने का तात्पर्य ये है कि बातों को अपने मन में ही दबाकर न रखें, उन्हें जरूर करें। रास्ता जरूर निकलेगा। 

सर्जन जनरल विवेक मूर्ति ने आमिर खान और उनकी बेटी द्वारा खुलकर अपने विचार सामने रखने की सराहना की। उन्होंने कहा कि इमोशनल हीलिंग के लिए थेरपी एक महत्वपूर्ण टूल साबित हो सकती है। सबसे जरूरी है कि अपनी बातों को शेयर जरूर करें। उन्होंने कहा कि एक फिजिशियन के रूप में मैं कहना चाहूंगा कि जिंदगी के आखिर में अधिकतर लोगों के लिए ये मायने नहीं रखता कि उन्होंने जीवन में क्या कुछ हासिल किया है बल्कि भावनात्मक संबंध ही उन्हें अपनी पूंजी लगती है। 



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