अमेरिका की सोलर पैनल निर्माता कंपनियों के एक समूह ने वाणिज्य विभाग से मांग की है कि भारत, इंडोनेशिया और लाओस से हो रहे सोलर पैनल के आयात पर एंटी-डंपिंग और काउंटरवेलिंग ड्यूटी (शुल्क) लगाई जाए। इस संबंध में दस्तावेज अमेरिकी एजेंसी की वेबसाइट पर सामने आए हैं।
यह याचिका Alliance for American Solar Manufacturing and Trade ने दायर की है, जिसमें First Solar, Hanwha की Qcells, Talon PV और Mission Solar जैसी कंपनियां शामिल हैं।
इन कंपनियों का कहना है कि अमेरिकी सोलर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को बचाने और घरेलू निवेश को सुरक्षा देने के लिए यह जरूरी कदम है। चीन समर्थित कंपनियां सस्ते दामों पर अपने उत्पाद दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में बनवाकर अमेरिका में बेच रही हैं, जिससे अमेरिकी उत्पादकों को भारी नुकसान हो रहा है।
यह भी पढ़ें- पूर्व भारतीय राजनयिक तरणजीत सिंह संधू को USISPF में बड़ी जिम्मेदारी
पहले भी मिल चुकी है टैरिफ की मंजूरी
इस गठबंधन ने पहले मलेशिया, कंबोडिया, वियतनाम और थाईलैंड से आने वाले सोलर पैनल पर टैरिफ लगवाने में सफलता पाई थी। इस साल की शुरुआत में ये शुल्क प्रभाव में आए, जिसके बाद कई वैश्विक कंपनियों ने अपने उत्पादन केंद्र इंडोनेशिया और लाओस की ओर शिफ्ट कर दिए।
अब आरोप है कि भारतीय कंपनियां भी अमेरिका में सस्ते दामों पर सोलर पैनल बेच रही हैं ताकि घरेलू निर्माताओं को पीछे छोड़ा जा सके। मामले में याचिकाकर्ता पक्ष के वकील टिम ब्राइटबिल ने कहा, "हमने हमेशा कहा है कि हमारे व्यापार कानूनों का सख्ती से पालन इस उद्योग की सफलता के लिए बेहद ज़रूरी है।"
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login