महिला चिकित्सकों के योगदान, नेतृत्व और आपसी सहयोग को सम्मान देने के उद्देश्य से 14वां वार्षिक जर्सी वुमेन फिजिशियन गाला भव्यता के साथ ‘नाहर नेस्ट’ में आयोजित हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व डॉ भारती डेका और डॉ सुधा नाहर ने अपनी टीम के साथ मिलकर किया। करीब 120 महिला चिकित्सकों ने इस अवसर पर भाग लिया और एक-दूसरे की उपलब्धियों का उत्सव मनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसे डॉ भावी पटेल और डॉ अमीना साकिब ने संचालन किया। शाम को विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समां बांधा – जिसमें बॉलीवुड, पंजाबी और चीनी नृत्य शामिल रहे। ओपेरा गायिका डॉ सिडेल रॉस ने एक भावनात्मक गीत प्रस्तुत किया, जिसे वे आमतौर पर अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर पहुंचे मरीजों के लिए गाती हैं।
इस अवसर पर डॉ चारलेटा अयर्स और डॉ जिंगहुई शिये को उनकी सेवा भावना और विशिष्ट योगदान के लिए स्वयंसेवी और विशिष्ट सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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गाला में समुदाय की कई जानी-मानी चिकित्सक नेताओं ने भी शिरकत की, जिनमें डॉ डॉली अब्राहम, डॉ रचना कुलकर्णी, डॉ पेट्रीशिया व्हिटली, डॉ ग्लोरिया बैकमैन, डॉ तानिया घोष, डॉ पायल पारिख, डॉ रेखा गोहेल, डॉ चित्रा कुमार, डॉ रिजवाना खान, डॉ कुसुम पंजाबी, डॉ सुनीता कणमुरी, डॉ नरिंदर ढिल्लों, डॉ सुनीता पोलेपल्ली, डॉ स्मिता लोढ़ा और डॉ समीरा मागंती जैसे नाम शामिल रहे।
समापन बॉली जुम्बा से हुआ, जिसका नेतृत्व डॉ दीप गर्ग ने किया। इसके बाद नेटवर्किंग गेम और धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का औपचारिक अंत हुआ।
डॉ सुधा नाहर ने अपने समापन भाषण में कहा, “यह सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि महिला चिकित्सकों की सामूहिक शक्ति और उनके सकारात्मक बदलाव लाने के संकल्प का प्रतीक है। हमारा लक्ष्य है – ऐसा मंच बनाना जहाँ हर महिला चिकित्सक को समान अवसर, समर्थन और सम्मान मिल सके।”
यह गाला न केवल एक सांस्कृतिक आयोजन था, बल्कि महिला चिकित्सकों के बीच सहयोग, नेतृत्व और समावेशन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल भी साबित हुआ।
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