रोड आईलैंड में रहने वाली भारतीय मूल की एक्टिविस्ट काजल हिंदुस्तानी की आधिकारिक तौर पर जन जागरूकता बढ़ाने, महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए हिंदुस्तानी की प्रशंसा की गई है। उन्हें सम्मानित करने के लिए उप राज्यपाल सबीना माटोस ने एक आधिकारिक प्रमाण पत्र भी जारी किया है। एलजी के इस कदम की प्रवासी समूहों ने आलोचना की है।
उपराज्यपाल कार्यालय को भेजे गए एक पत्र में प्रवासी समुदायों ने उप राज्यपाल सबीना माटोस के फैसले पर गंभीर चिंता और निराशा व्यक्त की है। उन्होंने तर्क दिया कि एलजी की ओर जारी किए गए प्रमाणपत्र में जन जागरूकता बढ़ाने, महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने की बात कही गई है, जो उनके (काजल हिंदुस्तानी) पिछले रिकॉर्ड की अनदेखी है।
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