कनेक्टिकट के गवर्नर नेड लैमोंट ने दिवाली को कानून में शामिल करने के लिए एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं। इस तरह अब हिंदू प्रवासी समुदाय के सदस्यों के लिए कार्यस्थलों और स्कूलों में त्योहार मनाने के लिए धार्मिक सुविधाएं प्राप्त करना संभव हो गया है।
पेंसिल्वेनिया के बाद 10 जून को कनेक्टिकट संयुक्त राज्य अमेरिका का दूसरा राज्य बन गया है जिसने दिवाली को कानून में शामिल किया। इस विधेयक को पहले कनेक्टिकट राज्य विधानमंडल में व्यापक समर्थन मिला था, जिसे सदन और सीनेट दोनों में सर्वसम्मति से पारित किया गया था।
'रोशनी का त्योहार' दिवाली अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। कनेक्टीकट राज्य में 30,000 से अधिक हिंदू दिवाली मनाते हैं। कई राज्यों ने दिवाली को मान्यता देने वाले प्रस्ताव और घोषणाएं जारी की हैं।
छुट्टी को कानून में शामिल करने से कनेक्टिकट के हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन समुदाय के जो लोग दिवाली मनाते हैं उनके लिए अपने परिवारों और स्थानीय समुदायों के साथ दिवाली मनाना आसान हो जाएगा।
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने हैमडेन निवासी राजीव पाहुजा के साथ मिलकर कनेक्टिकट के हिंदू समुदाय से समर्थन प्राप्त करने के लिए काम किया, जिसने बिल को मान्यता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पाहुजा ने गवर्नर को धन्यवाद दिया और कहा कि मैं वास्तव में सराहना करता हूं कि कनेक्टिकट के गवर्नर नेड लैमोंट ने कनेक्टिकट कानून में दिवाली पर हस्ताक्षर किए।
पाहुजा ने कहा कि कनेक्टिकट में दिवाली का संदेश महत्वपूर्ण और आवश्यक है। दिवाली न केवल हमारे विविध समुदाय की समृद्ध ताने-बाने का प्रतिनिधित्व करती है, बल्कि यह हमें एक-दूसरे का सम्मान करने और समझने की याद दिलाती है। दिवाली को राज्य अवकाश बनाने से यह सुनिश्चित होता है कि कनेक्टिकट में हिंदुओं की भावी पीढ़ियों को देखा और महत्व दिया जाएगा।
HAF के प्रबंध निदेशक समीर कालरा ने इस उपलब्धि की सराहना की और कहा कि हम न केवल कनेक्टिकट विधानमंडल से बल्कि कनेक्टिकट हिंदू समुदाय से भी बिल के लिए मिले जबरदस्त समर्थन के लिए आभारी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि अन्य राज्य भी पेंसिल्वेनिया और कनेक्टिकट के नेतृत्व का अनुसरण करेंगे और पूरे अमेरिका में हिंदुओं, बौद्धों, सिखों और जैनियों के लिए दिवाली को राजकीय अवकाश बनाएंगे।
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