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ट्रम्प के दबाव के बीच एप्पल की सप्लायर कंपनी भारत में लगाएगी $1.5 अरब की यूनिट

एप्पल के इस कदम से साफ़ है कि कंपनी ट्रम्प प्रशासन के दबाव को कम करने के लिए भारत को नया उत्पादन आधार बना रही है।

एप्पल की सप्लायर कंपनी फॉक्सकॉन / Reuters

आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल की सप्लायर कंपनी फॉक्सकॉन भारत में बड़ा निवेश करने जा रही है। फॉक्सकॉन ने अपनी सिंगापुर स्थित सहायक कंपनी (सब्सिडियरी) के ज़रिए तमिलनाडु में स्थित अपनी इकाई यूज़़न टेक्नोलॉजी इंडिया में ₹12,774 करोड़ (लगभग 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर) का निवेश करने की घोषणा की है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी 10 रुपए प्रति शेयर की दर से 12.77 अरब शेयर खरीदेगी।

यूज़़न टेक्नोलॉजी इंडिया, फॉक्सकॉन की तमिलनाडु स्थित इकाई है, जो एप्पल के लिए इलेक्ट्रॉनिक पुर्ज़े (कंपोनेंट्स) बनाती है और आईफोन की असेंबली भी यहीं होती है। यह निवेश ऐसे समय पर हो रहा है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन से आयात होने वाले उत्पादों पर भारी शुल्क (टैरिफ़) लगा दिया है, जिससे आपूर्ति शृंखला (सप्लाई चेन) पर असर पड़ा है और आईफोन की कीमतें बढ़ने का ख़तरा है।

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रॉयटर्स की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रम्प ने एप्पल पर यह दबाव भी बनाया था कि वह भारत में उत्पादन बढ़ाने के बजाय अमेरिका में अपनी निर्माण इकाई लगाए। लेकिन एप्पल ने रणनीतिक रूप से भारत को एक वैकल्पिक विनिर्माण केंद्र के रूप में चुना है।

मार्च में एप्पल ने भारत में आईफोन का उत्पादन तेज़ कर दिया था और अमेरिका को लगभग 600 टन आईफोन निर्यात किए थे, जिनकी कुल कीमत लगभग 2 अरब अमेरिकी डॉलर थी।

एप्पल के इस कदम से साफ़ है कि कंपनी ट्रम्प प्रशासन के दबाव और चीन पर निर्भरता को कम करने के लिए भारत को नया उत्पादन आधार बना रही है।

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