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भारत के वन्यजीव संगठन को क्वीन कैमिला ने किया सम्मानित

यह पुरस्कार पूर्वोत्तर भारत में एशियाई हाथियों के संरक्षण में आरण्यक के कार्य को मान्यता देता है।

डॉ. विभूति प्रसाद लहकर किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला से पुरस्कार प्राप्त करते हुए। / Facebook/Aaranyak

भारत के अग्रणी जैव विविधता संरक्षण संगठनों में से एक आरण्यक को यूके स्थित संरक्षण चैरिटी एलीफेंट फैमिली से प्रतिष्ठित मार्क शैंड पुरस्कार मिला है। यह सम्मान चैरिटी के वार्षिक समारोह 'वंडर्स ऑफ द वाइल्ड' के दौरान 13 मई को लंदन के रॉयल बोटेनिक गार्डन, केव में आयोजित किया गया।

यह पुरस्कार पूर्वोत्तर भारत में एशियाई हाथियों की रक्षा में आरण्यक के काम को मान्यता देता है। अनुसंधान, सामुदायिक जुड़ाव, आवास बहाली और संघर्ष शमन के संयोजन के माध्यम से संगठन ने जंगली हाथियों और स्थानीय समुदायों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

आरण्यक की ओर से वरिष्ठ वैज्ञानिक और संगठन के हाथी अनुसंधान तथा संरक्षण प्रभाग के प्रमुख डॉ. बिभूति प्रसाद लहकर ने पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला द्वारा प्रदान किया गया। किंग और क्वीन एलीफेंट फैमिली के संयुक्त अध्यक्ष हैं।

वंडर्स ऑफ द वाइल्ड कार्यक्रम में करीब 250 विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया। इनमें प्रिंसेस बीट्राइस, लेडी मरीना विंडसर, ब्राजील के फुटबॉल दिग्गज रोनाल्डो नाजारियो, अभिनेता एड वेस्टविक और एमी जैक्सन तथा गायिका सोफी एलिस-बेक्सटर शामिल थीं।

एलिफेंट फैमिली की स्थापना क्वीन कैमिला के दिवंगत भाई मार्क शैंड ने की थी जो एक अंग्रेजी यात्रा लेखक और संरक्षणवादी थे। शैंड हाथियों के लिए अपनी भावुक वकालत के लिए जाने जाते थे। शैंड का 2014 में 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने चार यात्रा पुस्तकें लिखीं और कई बीबीसी वृत्तचित्रों में उन्हें दिखाया गया। उनकी सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक ट्रैवल्स ऑन माई एलीफेंट ने 1992 में ब्रिटिश बुक अवार्ड्स में ट्रैवल राइटर ऑफ द ईयर अवार्ड जीता था। 

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए किंग चार्ल्स ने कहा कि यह शाम उन सभी अद्भुत लोगों को विशेष श्रद्धांजलि देने का अवसर है जो न केवल हाथियों बल्कि अनेक प्रजातियों को बचाने के लिए जमीन स्तर पर काम करते हैं।

डॉ. बिभूति प्रसाद लहकर ने आरण्यक की ओर से आभार व्यक्त किया और कहा कि भारत के पूर्वोत्तर भाग में एशियाई हाथियों की बची हुई अंतिम आबादी में से एक को बचाने के लिए हमारे साथ काम करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद। सामूहिक रूप से, हम आरण्यक में जंगली हाथियों और समुदायों के बीच सह-अस्तित्व को सुविधाजनक बनाने के प्रयास में मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के लिए कई तरीकों से अथक प्रयास जारी रखने की शपथ लेते हैं, ताकि सभी के लिए बेहतर भविष्य हो।
 

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