क्रिस्टल कौल
महज पांच हफ्ते पहले की बात है, जब मैं शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में खड़ी थी और एक भारतीय-अमेरिकी को अमेरिकी इतिहास में पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी का नामांकन स्वीकार करते देख रही थी। यह देखकर मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया था। मेरे चेहरे पर खुशी की लंबी मुस्कान फैल गई थी।
कमला हैरिस तभी से पूरे अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई हैं, जब उन्होंने पहली भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रचा था। मुझे भी उन्होंने प्रेरित किया। उसी के बाद मैंने वर्जीनिया के 10वें जिले से कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया।
मेरे चुनावी अभियान का एक पसंदीदा पहलु वह भी था, जब कई युवा और अश्वेत महिलाएं अभियान में मेरी मदद के लिए पहुंची थीं। वे वॉलंटियर बनकर मेरे कैंपेन का हिस्सा बनने को उत्सुक थी। मैं उनके जुनून और क्षमताओं से अभिभूत हो गई थी।
इस अनुभव ने मुझे राजनीति में प्रतिनिधित्व का महत्व और भारतीय-अमेरिकी की मजबूत ताकत से रूबरू कराया। चुनावी अभियान के दौरान मुझे एहसास हुआ कि मेरी जैसी बैकग्राउंड और राष्ट्रीय सुरक्षा के अनुभव वाला कोई भी अन्य प्रत्याशी नहीं था जो फेडरल स्तर पर उत्तरी वर्जीनिया की सेवा करने के लिए तैयार हो।
कमला हैरिस ने भी इसी तरह अपने प्रभावशाली करियर में प्रॉसिक्यूटर, सीनेटर और उपराष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दी हैं। वह अमेरिका की अगली राष्ट्रपति बनकर हमारे समुदाय के सामने मौजूद अंतिम बाधा को तोड़ने के लिए तैयार हैं। भारतीय-अमेरिकी और अश्वेत युवा महिलाएं जिन्होंने मुझे कांग्रेस का चुनाव लड़ने के लिए सशक्त बनाया था, अब वे कमला हैरिस को लेकर उससे भी कहीं ज्यादा उत्साहित हैं।
अपने पूरे जीवन में मैंने भारतीय अमेरिकी समुदाय की कई विशेषताओं और मूल्यों को करीब से देखा है। हालांकि अमेरिकी संस्कृति और जीडीपी में हमारे पर्याप्त योगदान के बावजूद, भारतीय-अमेरिकियों को राजनीति में काफी कम प्रतिनिधित्व मिला है। कमला हैरिस ने पूरे अमेरिका में अधिक से अधिक भारतीय अमेरिकियों के नेतृत्व का दरवाजा खोल दिया है।
कमला हैरिस के लिए मैंने जो उत्साह देखा है, वह उस डर को पीछे छोड़ देता है जो आमतौर पर 21वीं सदी में अमेरिकी राजनीति में नजर आता था। जीवनरक्षक प्रजनन देखभाल हासिल करने का महिलाओं का अधिकार खतरे में है। विदेशों में हमारे संबंध युद्धों और घरेलू अनिश्चितता की वजह से से तनावपूर्ण हो चुके हैं।
हमें एक ऐसे नेता की जरूरत है जो अमेरिकी जीवनशैली को खतरे में डालने वाले लोगों से न्याय दिला सकें, जो ऐसे मूल्यों का प्रतिनिधित्व करें जो अमेरिका को आप्रवासियों और यहीं पर जन्मे नागरिकों के लिए इसे सबसे महान देश बना सकें।
हमें कमला हैरिस को अगला राष्ट्रपति सिर्फ इसलिए नहीं चुनना चाहिए कि वह भारतीय अमेरिकी हैं बल्कि इसलिए उनका समर्थन करना चाहिए कि वह पीछे हटने वालों में से नहीं हैं। उनके रहते हम अपने सहयोगियों को आश्वस्त कर सकते हैं कि व्हाइट हाउस में एक स्थिर नेतृत्व है।
रक्षा विभाग में निदेशक के रूप में मैंने पिछले प्रशासन द्वारा पहुंचाए गए नुकसान को प्रत्यक्ष रूप से देखा था। न केवल पूर्व राष्ट्रपति ने बल्कि रक्षा विभाग पहुंचने वाले उनके समर्थकों ने भी एक खतरनाक माहौल बना दिया था।
रक्षा विभाग में हमारा फोकस देश और विदेश में अमेरिकी नागरिकों की रक्षा करने पर होना चाहिए। पिछले प्रशासन के तहत ऐसा नहीं था। यही कारण है कि मैंने अपने करियर के चरम पर होने के बावजूद अपने सपनों, अपने पद से इस्तीफा दे दिया और इस देश की सेवा को और अधिक सक्रियता से जारी रखने का फैसला किया।
इसके बाद मैंने सरकारी कॉन्ट्रैक्ट और कंसल्टिंग बिजनेस शुरू किया, जो कम प्रतिनिधित्व वाले अल्पसंख्यक समुदायों के छोटे व्यवसायों को सरकारी ठेके दिलाने के अवसर दिलाने पर केंद्रित है। इन समुदायों में कई ऐसे प्रतिभाशाली छोटे बिजनेस मालिक हैं, जिनमें सरकारी ठेके प्राप्त करने की बहुत क्षमता है। मैं इस काम में उनकी सकारात्मक मदद करती हूं।
मुझे पता है कि कमला हैरिस इस देश में छोटा बिजनेस करने वालों की समर्थक हैं। उन्होंने हाल ही में अपनी "आंत्रप्रेन्योर्स एंड इनोवेटर्स पॉलिसी प्लान" जारी किया है जो छोटे बिजनेस, अल्पसंख्यकों के व्यवसायों का सपोर्ट करेगा और एक मजबूत अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
कमला हैरिस को संयुक्त राज्य अमेरिका की पहली भारतीय-अमेरिकी और पहली महिला राष्ट्रपति बनाने के लिए मुझसे जो कुछ हो सकेगा, मैं करने को तैयार हूं और इस पर मुझे गर्व होगा। अब से नवंबर तक हमारा काम राष्ट्रपति चुनाव में हैरिस-वाल्ज़ को सपोर्ट करना होगा। आइए हम अपने वोट, अपनी आवाज और अपने ताकत का सही इस्तेमाल करें।
कमला हैरिस का सपोर्ट करने के लिए सिख फॉर हैरिस/वाल्ज़, अमेरिकंस अब्रॉड फॉर हैरिस/वाल्ज़ और साउथ एशियंस वुमन फॉर हैरिस/वाल्ज़ एशियाई जैसे कई अभियान चलाए जा रहे हैं। ये ग्रुप वही बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं जो हम सभी इस देश में देखना चाहते हैं।
इस तरह के सहयोग की बदौलत संयुक्त राज्य अमेरिका में पहले भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति के व्हाइट हाउस तक पहुंचने की संभावना प्रबल है। मैं जानती हूं कि कमला हैरिस और टिम वाल्ज़ इस चुनाव में जीतने पर निश्चित ही सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
(लेखक क्रिस्टल कौल वर्जीनिया के 10वें जिले से कांग्रेस की पूर्व उम्मीदवार रही हैं।)
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