हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अंग्रेजी की सहायक प्रोफेसर तारा के. मेनन को स्नातक शिक्षण में उत्कृष्टता के लिए 2025 के रोसलिन अब्रामसन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मेनन का जन्म भारत में हुआ।
तारा सिंगापुर में पली-बढ़ीं और अब मैसाचुसेट्स के समरविले में रहती हैं। तारा ने यह सम्मान स्टेम सेल और पुनर्योजी जीव विज्ञान के संकाय सदस्य जेसन डी. ब्यूनरोस्ट्रो के साथ साझा किया है।
यह वार्षिक पुरस्कार उन संकाय सदस्यों को दिया जाता है जो स्नातक शिक्षा के प्रति असाधारण प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हैं। मेनन 19वीं सदी के उपन्यासों में भाषण और चरित्र पर अपनी पहली अकादमिक पुस्तक पूरी कर रही हैं।
उन्होंने हार्वर्ड गजट को बताया कि पुरस्कार राशि उनके इस काम के साथ-साथ कथा साहित्य में क्रोध पर उनकी दूसरी पुस्तक के लिए शोध में भी सहायता प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि उनकी दूसरी परियोजना का विचार उन्हें द इलियड पर मानविकी 10 व्याख्यान देते समय आया। मेनन ने हार्वर्ड गजट को बताया कि छात्र अक्सर मेरी कक्षा में इसलिए आते हैं क्योंकि साहित्य उन्हें आनंद देता है, लेकिन मैं चाहती हूं कि वे उस दुनिया के बारे में अधिक स्पष्ट रूप से सोचने में सक्षम होकर
बाहर निकलें जिसमें हम रहते हैं। मैं अपने विद्यार्थियों से वादा करती हूं कि उपन्यास पढ़ने से वे बेहतर विचारक बन सकते हैं।
तारा ने कहा कि मेरी आशा है कि मेरे छात्र साहित्य को हमारी उन्मत्त, ध्रुवीकृत और अत्यंत असमान दुनिया से मुक्ति पाने का एक उपाय तो मानेंगे, लेकिन उससे मुक्ति नहीं पाएंगे।
मेनन एक उपन्यासकार भी हैं। उनकी पहली कृति 'अंडर वॉटर', यूके में समिट (12 मार्च, 2026) और अमेरिका में रिवरहेड के साथ प्रकाशित होने वाली है।
एडगर्ली फ़ैमिली के कला एवं विज्ञान संकाय के डीन, होपी होएकस्ट्रा ने हार्वर्ड गज़ेट को दिए एक बयान में दोनों पुरस्कार विजेताओं की प्रशंसा की। होएकस्ट्रा ने कहा कि तारा मेनन और जेसन ब्यूनरोस्ट्रो, दोनों ही अपने शिक्षण में असाधारण ऊर्जा, दृढ़ता और समर्पण का परिचय देते हैं।
समावेशी और जीवंत शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता ने उनके छात्रों और हमारे शैक्षणिक समुदाय पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login