22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन पहलगाम के पास बैसरन घाटी में एक दुखद आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 टूरिस्ट मारे गए। ऐसे में जहां पहले सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया, वहीं पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया। वहीं इस स्थिति को देखते हुए एयर इंडिया ने आशंका जताते हुए कहा है, कि यदि पाकिस्तान के एयरस्पेस से उड़ान भरने पर लगाई गई रोक एक साल तक जारी रहती है तो उसे लगभग 600 मिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। एयर इंडिया ने इस नुकसान की भरपाई करने के लिए संघीय सरकार (Federal Government) से कहा है।
बता दें, पिछले सप्ताह कश्मीर में टूरिस्ट्स पर हमले के बाद पाकिस्तान ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड और अटारी बॉर्डर क्लोज करने के जबाव में भारतीय एयरलाइन्स के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का फैसला लिया था। ऐसे में अब भारतीय एयरलाइन्स को ईंधन की बढ़ी हुई लागत और लंबी यात्रा अवधि का सामना करना पड़ रहा है।
27 अप्रैल को एयर इंडिया ने भारत सरकार से आर्थिक नुकसान के अनुपात में "सब्सिडी मॉडल" मांगा, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि प्रतिबंध के कारण प्रत्येक साल 50 बिलियन भारतीय रुपए ($591 मिलियन) से अधिक का नुकसान होगा। बता दें, इस बात की जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एयरलाइन द्वारा भेजे गए एक लेटर से मिली है। जिसमें कहा गया है, " इफेक्टेड इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए सब्सिडी एक अच्छा, वेरिएबल और फेयर ऑप्शन है। ऐसे में स्थिति में सुधार होने पर सब्सिडी को हटाया जा सकता है। हालांकि अभी एयर इंडिया ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार की ओर से एयर इंडिया के अधिकारियों से भारतीय विमानन कंपनियों पर एयरस्पेस बैन के प्रभाव का आकलन करने को कहने के बाद एयर इंडिया ने यह पत्र भेजा गया था। टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयरलाइन वर्तमान में मल्टी- बिलियन डॉलर के बदलाव के दौर से गुजर रही है। यही नहीं बोइंग और एयरबस से जेट डिलीवरी में देरी के कारण विकास में पहले से ही देरी हो गई है। वहीं रिपोर्ट्स् की मानें तो फाइनेंशियल ईय 2023-2024 में 4.6 बिलियन डॉलर की बिक्री पर 520 मिलियन डॉलर का घाटा होगा चुका है, जो एक चिंता का विषय है।
भारत में 26.5% मार्केट शेयर रखने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट्स रोजाना यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और कनाडा के लिए उड़ान भरती है, अक्सर पाकिस्तान के एयरस्पेस से होकर गुजरती है। ऐसे में एयरइंडिया, भारत की इंडिगो एयरलाइन की तुलना में कई अधिक लंबी दूरी के मार्गों के लिए उड़ान भरती है।
एयरलाइन इंडस्ट्री को होने वाले नुकसान को कम करने पर चल रहा है विचार
बताया जा रहा है भारत सरकार पाकिस्तान के एयरस्पेस के बंद होने से एयरलाइन इंडस्ट्री को होने वाले नुकसान को कम करने के कई विकल्पों पर विचार कर रही है। एक सूत्र ने बताया कि भारतीय एयरलाइन कंपनियों ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मुलाकात की है, ताकि संभावित समाधानों पर काम किया जा सके, जिसमें चीन के करीब कठिन इलाकों में उड़ान भरना एक विकल्प रखा गया है, जिसमें टैक्स की छूट भी मिल सकती है। इसी के साथ अपने पत्र में, एयर इंडिया ने सरकार से कुछ ओवरफ्लाइट मंजूरी के लिए चीनी अधिकारियों के साथ संपर्क करने के लिए कहा, लेकिन इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है। इसी के साथ सरकार से संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और कनाडा की फ्लाइट्स में अतिरिक्त पायलटों को ले जाने की मंजूरी देने के लिए भी कहा, ताकि यात्रा का समय लंबा हो और अन्य पायलट को सुविधा मिल सकें।
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