न्यूयॉर्क प्राइमरी में जोहरान ममदानी की जीत को सीनेटर जॉन लियू ने शहर के लिए महत्वपूर्ण और एशियाई अमेरिकी न्यूयॉर्क वासियों के बीच ऐतिहासिक बताया है। लियू ने इस जीत को एशियाई समुदाय की एकजुटता का नतीजा करार दिया।
अपने बयान में सीनेटर ने कहा कि न्यूयॉर्क शहर के एशियाई समुदाय ने ऐतिहासिक प्राथमिक चुनाव में बहुत बड़ा प्रभाव डाला। क्वींस, ब्रुकलिन और मैनहट्टन में एशियाई समुदाय न्यूयॉर्क शहर के भविष्य के लिए जोहरान ममदानी के ताजा दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए बड़ी संख्या में आए।
जोहरान की जीत को एशियाई समर्थन की लहर ने और मजबूत किया, जो लोगों से जुड़ने की उनकी क्षमता से प्रोत्साहित थे, उनसे बात करके नहीं, बल्कि उनकी बात सुनकर और सभी के लिए हमारे शहर को बेहतर बनाने के बारे में नए विचारों का संचार करके।
उन्होंने एक ऐसा आंदोलन बनाया जिसने रोज़मर्रा के न्यूयॉर्कवासियों की चिंताओं को एक रोमांचक नीति मंच में बदल दिया। यह मंच आशावाद पर आधारित है, जिसकी NYC में बहुत लंबे समय से कमी रही है।
लियू ने कहा कि जोहरान की जीत, सिविल कोर्ट जज शेरिडन चू और ईव चो गिलरगन की जीत के साथ, हमारे समुदाय की बढ़ती राजनीतिक शक्ति और भागीदारी को दर्शाती है। मुझे ज़ोहरान, ईव और शेरिडन का शुरुआती दौर में समर्थन करने पर गर्व था और मुझे यह जानकर बहुत गर्व है कि एशियाई अमेरिकी समुदाय जब प्रेरित, संगठित और सशक्त होता है, तो सबसे प्रतिस्पर्धी दौड़ में ज्वार को मोड़ सकता है।
गौरतलब है कि भारतीय मूल के ज़ोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के डेमोक्रेटिक मेयर प्राइमरी में मंगलवार शाम इतिहास रच दिया। इस रेस में उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी और पूर्व गवर्नर एंड्र्यू कुओमो ने ममदानी को बधाई देते हुए रेस से खुद को बाहर कर लिया। इसके बाद 33 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी नेता और स्टेट असेंबली के सदस्य ममदानी ने क्वींस की एक रूफटॉप बार से अपनी जीत की घोषणा की।
हालांकि अंतिम परिणाम की पुष्टि 1 जुलाई को होने वाली रैंक्ड चॉइस वोटिंग के बाद होगी, लेकिन ममदानी को स्पष्ट बढ़त मिल चुकी है। अगर वह चुने जाते हैं तो न्यूयॉर्क शहर के पहले मुस्लिम, पहले भारतीय मूल के और पीढ़ियों में सबसे युवा मेयर होंगे।
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