पर्ड्यू विश्वविद्यालय के भारतीय मूल के दो छात्र अर्जुन गुप्ते और ईशान सिंह को एस्ट्रोनॉट स्कॉलरशिप फाउंडेशन (ASF) द्वारा 2025 एस्ट्रोनॉट स्कॉलर के रूप में नामित किया गया है। यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में स्नातक छात्रों के लिए देश के सबसे प्रतिस्पर्धी योग्यता-आधारित पुरस्कारों में से एक है।
इंजीनियरिंग कॉलेज में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे वरिष्ठ छात्र गुप्ते को अंतरिक्ष यात्री जीन सेरनन की स्मृति में जिम हेज द्वारा प्रायोजित छात्रवृत्ति मिली। विज्ञान कॉलेज और जॉन मार्टिंसन ऑनर्स कॉलेज में अनुप्रयुक्त भौतिकी ऑनर्स और जैव रसायन विज्ञान की पढ़ाई कर रहे जूनियर छात्र ईशान सिंह को मार्क और शेरोन हेगल द्वारा प्रायोजित छात्रवृत्ति के लिए चुना गया।
उनके साथ पर्ड्यू के इंजीनियरिंग और कृषि कॉलेजों में जैविक इंजीनियरिंग तथा जैव रसायन विज्ञान की पढ़ाई कर रहे एक जूनियर छात्र जियुआन चेन भी शामिल हैं। चेन की छात्रवृत्ति डिक और कैथलीन कोवी और कोवीलव लिगेसी फंड द्वारा प्रायोजित थी।
ये तीनों देश भर के 51 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से चुने गए 74 छात्रों में शामिल हैं। प्रत्येक छात्र को 15,000 डॉलर तक की वित्तीय सहायता, मार्गदर्शन, पेशेवर नेटवर्किंग और इस अगस्त में ह्यूस्टन में आयोजित होने वाले एएसएफ इनोवेटर्स सिम्पोजियम एंड गाला में एक सीट मिलेगी।
पर्ड्यू 1987 से एस्ट्रोनॉट स्कॉलरशिप फाउंडेशन में एक भागीदार संस्थान रहा है और इसे STEM शिक्षा में अपनी निरंतर मजबूती और अंतरिक्ष अन्वेषण से जुड़े संबंधों के लिए हर साल मान्यता मिलती है।
ASF की स्थापना 1984 में नासा के मर्करी 7 के छह जीवित सदस्यों द्वारा की गई थी। एयरोस्पेस क्षेत्र में अपनी जड़ें जमाए हुए यह फाउंडेशन STEM के विभिन्न क्षेत्रों में पढ़ाई कर रहे छात्रों को सहायता प्रदान करता है। अपनी स्थापना के बाद से ASF ने देश भर में 900 से अधिक छात्रों को 10 मिलियन डॉलर से अधिक की छात्रवृत्ति प्रदान की है।
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