नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट 2025 के एक नाटकीय मुकाबले में 19 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर डोमराजू गुकेश ने अपने करियर में पहली बार क्लासिकल टाइम कंट्रोल में पूर्व विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हरा दिया।
हालांकि कार्लसन ने खेल के अधिकांश समय में बढ़त बनाए रखी लेकिन समय के दबाव में उन्होंने अंतिम गेम में गलती की और गुकेश को शानदार वापसी करने का मौका दिया। इस जीत के साथ गुकेश ने टूर्नामेंट के स्कोरिंग सिस्टम के तहत 3 अंक हासिल किए और कार्लसन और फैबियानो कारुआना से ठीक पीछे तीसरे स्थान पर पहुंच गए।
1 जून को मैच तनावपूर्ण तरीके से समाप्त हुआ। इसमें कार्लसन स्पष्ट रूप से निराश थे। उन्होंने टेबल पर जोर से हाथ पटका और तेजी से बाहर निकल गए। यह क्षण तुरंत वायरल हो गया जिसने शीर्ष प्रतियोगिता और खेल भावना के दबाव को लेकर ऑनलाइन चर्चाओं को हवा दी।
गुकेश हाल ही में इतिहास में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने हैं। गुकेश यह बात लगातार साबित कर रहे हैं कि वे शीर्ष पर हैं। गुकेश की हाल की जीत विश्व शतरंज में एक नए युग की शुरुआत कर सकती है।
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