भारत के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा की अब टोक्यो वर्ल्ड चैंपियनशिप पर नजर है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि वे अपने कोच जैन ज़ेलेज़्नी से "बड़े मंच पर प्रदर्शन की मानसिकता" सीखने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि कोचिंग में बदलाव का फायदा उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप में मिलेगा।
नीरज ने 2025 सीज़न की शुरुआत में चेक गणराज्य के दिग्गज ज़ेलेज़्नी के कोचिंग ग्रुप से जुड़ाव किया था। उन्होंने हाल ही में बेंगलुरु में पहली बार आयोजित ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक’ में जीत दर्ज की और लगातार 25वीं बार टॉप-2 में जगह बनाई। नीरज ने दिल्ली के पास एक स्पॉन्सर इवेंट में कहा, “ज़ेलेज़्नी हमेशा बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते थे, मैं उनकी वही मानसिकता सीखने की कोशिश कर रहा हूं। यही मेरे लिए मददगार होगी।”
यह भी पढ़ें- IND vs ENG: तीसरे टेस्ट के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों के आगे बेबस दिखे इंग्लिश बल्लेबाज
टोक्यो वर्ल्ड चैंपियनशिप है मुख्य लक्ष्य
नीरज ने कहा कि इस साल का सबसे बड़ा लक्ष्य सितंबर में होने वाली टोक्यो वर्ल्ड चैंपियनशिप है और वे उसी की तैयारी में लगे हैं। 2021 टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड, 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड और 2024 पेरिस में सिल्वर जीत चुके नीरज अब अपने खिताब की रक्षा के इरादे से उतरेंगे।
ज़ेलेज़्नी खुद तीन ओलंपिक गोल्ड और तीन वर्ल्ड टाइटल जीत चुके हैं और अब कोच के रूप में नीरज के साथ तकनीक पर काम कर रहे हैं। नीरज बोले, “वो बहुत अच्छे एथलीट और कोच हैं, तकनीक पर मेहनत करवा रहे हैं, लेकिन अभी भी उनके स्टाइल को मुकाबले के दिन पूरी तरह अपनाना बाकी है।”
नीरज ने इस साल मई में डोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर थ्रो किया था, लेकिन जर्मनी के जूलियन वेबर से पीछे रह गए। वहीं, अपने लुक और विनम्र स्वभाव से भारत में करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करने वाले नीरज ने कहा कि वे चाहते हैं कि भारत में उनसे बेहतर जेवलिन थ्रोअर उभरें। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि भारत में अगली पीढ़ी मानसिक और शारीरिक रूप से मज़बूत हो, उनमें आत्मविश्वास हो और वे आगे बढ़ें।”
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login