भारतीय संसद सदस्य मिलिंद देवड़ा ने आश्चर्य व्यक्त किया है कि जब दुनिया आतंक के मुद्दे पर 26/11 के हमले के बारे में जनती है, तो भारत में होने वाले आतंकी हमलों को पाकिस्तान के खिलाफ सबूत क्यों मांगा जाता है। वाशिंगटन पहुंचे देवड़ा ने भारत और अमेरिका की ओर से आतंकवाद के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों का जिक्र किया और कहा कि यह लड़ाई दोनों देशों के बीच मजबूत और गहरे होते आर्थिक संबंधों पर आधारित साझेदारी का हिस्सा है। वहीं देवड़ा ने यूएस और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के जल्द पूरा होने के उम्मीद जताई।
सांसद मिलिंद देवड़ा ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद अमेरिका गए भारतीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप शामिल रहे। इस दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को लेकर सवालों को जवाब देते हुए कहा, "पाकिस्तान की कोई अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता नहीं है और गुयाना से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका तक हम जिस किसी से भी मिले हैं, उनसे पहली प्रतिक्रिया यही मिली है कि हम समझते हैं कि पाकिस्तान, अगर आप इसे कहना चाहें, तो एक दुष्ट राज्य है, एक केला गणराज्य है। और लोग बहुत स्पष्ट रूप से समझते हैं कि जब तक विश्वसनीय सबूत न हों, तब तक पाकिस्तान को जवाब देने से भारत को कुछ हासिल नहीं होगा।"
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login