भारतीय लो-कॉस्ट एयरलाइन अकासा एयर ने बताया है कि वह आने वाले वर्षों में बोइंग से विमान डिलीवरी में तेजी की उम्मीद कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि वर्तमान में 30 विमानों के बेड़े को बढ़ाकर 2032 तक 226 विमान कर दिया जाए। यह जानकारी एयरलाइन के चीफ फाइनेंस ऑफिसर अंकुर गोयल ने मंगलवार को दिल्ली में प्रेस ब्रीफिंग में दी।
अकासा एयर इस वित्तीय वर्ष में अपनी सीट क्षमता में 30% से अधिक की वृद्धि की उम्मीद कर रही है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह वृद्धि लगभग 50% रही थी। हालांकि, गोयल ने साल-दर-साल विमान डिलीवरी का आंकड़ा नहीं बताया लेकिन कहा कि डिलीवरी धीरे-धीरे बढ़ेगी।
मुंबई स्थित अकासा एयर ने अब तक 226 बोइंग 737 मैक्स एयरक्राफ्ट के लिए ऑर्डर दिया है। हालांकि, कई बार डिलीवरी में देरी हुई है। यह देरी पिछले साल हुए मिड-एयर कैबिन पैनल ब्लोआउट और बोइंग कर्मचारियों की सात सप्ताह की हड़ताल के कारण हुई।
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अकासा एयर की शुरुआत लगभग तीन साल पहले हुई थी और इसके संस्थापक में भारत के प्रसिद्ध निवेशक राकेश झुनझुनवाला का भी नाम शामिल था। कंपनी ने दो वर्षों के अंदर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू की हैं और हाल ही में कतर और सऊदी अरब के लिए उड़ानें शुरू की हैं।
हालांकि अकासा एयर ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए राजस्व और मुनाफे का विवरण नहीं दिया, लेकिन पिछले वर्ष कंपनी का राजस्व 356 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया था, जबकि नुकसान भी बढ़कर 194 मिलियन डॉलर हो गया था।
अकासा एयर का घरेलू बाजार में हिस्सा मई 2025 में 5.3% था, जबकि इंडिगो और एयर इंडिया ग्रुप का हिस्सा 90% से अधिक है। फरवरी में कंपनी ने भारतीय उद्योगपति अजीम प्रेमजी के निवेश समूह और झुनझुनवाला परिवार से नई पूंजी जुटाई है। अकासा एयर जल्द ही बोइंग 737-10 विमान की डिलीवरी भी शुरू करेगा, जो 227 सीटों वाला विमान है और इसके आने से एयरलाइन की क्षमता में और इजाफा होगा।
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