भारतीय कला और विरासत को बढ़ाना देने लिए ऑरोरा में एक खास सेंटर की शुरुआत की गई है, जिसे एक्सपीरियंस सेंटर नाम दिया गया है। इस केंद्र के जरिए भारतीय हस्तशिल्प और स्वदेशी हुनर को नया आयाम मिलेगा। पिछले हफ्ते (3 मई) को इस सेंटर का उद्घाटन किया गया। एक डिजिटल प्लेटफॉर्म ट्रेंडिया ने ये पहल की है। जिसके जरिए सांस्कृतिक जुड़ाव के साथ शिल्प कौशल के माध्यम से दो देशों की अगली पीढ़ियों को जोड़ा जाएगा।
ऑरोरा में ट्रेंडिया की खास पहल से भारतीय अमेरिकी समुदाय में खुशी की लहर है। भारतवंशियों से मिले समर्थन के चलते Trendia को एक ब्रांड लाइफ स्टाइल के रूप में विकसित किया गया है। सेंटर में पारंपरिक भारतीय परिधान के अलावा कई ऐसी वस्तुएं हैं, जो कलात्मक और पारंपरिक से भारत के साथ अमेरिका को जोड़ती है। ऑरोरा में यह सेंटर न केवल एक ईंट-और-मोर्टार की एक कलाकृति है, बल्कि भारतीय विरासत का सजीव उदारहण भी है। इस पहल के जरिए शिल्प कौशल के माध्यम से अगली पीढ़ियों और भौगोलिक क्षेत्र से जुड़ाव और अधिक मजबूत होने की उम्मीद की जा रही है।
इलिनोइस के ऑरोरा शहर में भारतीय हस्तशिल्प और स्वदेशी विरासत में अग्रणी नाम ट्रेंडिया ने 3 मई, 2025 को 2760 बेवर्ली डॉ, यूनिट 4 ऑरोरा, IL में आधिकारिक तौर पर अपना एक्सपीरियंस सेंटर लॉन्च किया। भव्य उद्घाटन सिर्फ रिबन काटने जैसा नहीं था, यह भारत की आत्मा में जुड़ाव का पल रहा, जब शिल्प, परंपराओं और कहानियों के माध्यम सजीव भारतीय परंपराओं को सजीव किया गया।
सेंटर में क्या है खास?
Trendia अब सभी उपहारों के लिए चर्चित स्थल के रूप में उभर रहा है। कॉर्पोरेट, त्यौहारी या फिर शादी के गिफ्ट सभी यहां उपलब्ध होते हैं। प्राचीन शिल्प कौशल विकल्प और सौंदर्यपूर्ण पैकेजिंग इसे संगठनों और व्यक्तियों के लिए एकदम सही वन-स्टॉप समाधान बनाती है जो अपने उपहारों को सार्थक और यादगार बनाना चाहते हैं। ट्रेंडिया का एक्सपीरियंस सेंटर एक अनूठा सांस्कृतिक केंद्र है, जो 13 भारतीय राज्यों से 3,000 से अधिक कारीगरी वाली वस्तुएं उपलब्ध कराता है।
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ट्रेंडिया सेंटर में क्या-क्या है उपलब्ध?
ट्रेंडिया सेंटर के अंदर यूएस में भारतीय संस्कृति से चीजों के अलावा भी ऐसी कई वस्तुएं उपलब्ध हैं, जो आम दुकानों पर नहीं मिलतीं। यहां कृष्ण और जगन्नाथ स्वामी जैसे देवताओं की पीतल की मूर्तियाँ, जटिल जड़ाई वाली संगमरमर और पीतल की बुद्ध मूर्तियां, लकड़ी के मंदिर और घर की वेदियाँ, जिन्हें पारंपरिक और समकालीन दोनों तरह की संवेदनाओं के साथ डिजाइन किया गया है।
इसके अलावा भुवनेश्वर के पद्मश्री पुरस्कार विजेता प्रवाकर महाराणा द्वारा पत्थर की मूर्तियां, पुणे में राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता चारुहास पंडित जी की पेटेंट की गई लकड़ी की कलाकृतियाँ, आंध्र प्रदेश में इस लुप्त होती कला का अभ्यास करने वाले अंतिम जीवित परिवारों में से एक श्री डी वैकुंठम द्वारा हाथ से चित्रित दुर्लभ चेरियल मुखौटे, जोधपुर में बचाए गए दरवाज़ों और खिड़कियों के फ्रेम से तैयार किए गए पुराने फर्नीचर, पेपर-मैचे, मिट्टी के बर्तन, झरोखा दर्पण, और ग्रामीण भारतीय कारीगरों से सीधे प्राप्त मौसमी सजावट के समान उपलब्ध हैं।
डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में ट्रेंडिया की शुरुआत
ट्रेंडिया की शुरुआत वर्ष 2020 में हुए थी। शुरुआत में ये एक डिजिटल प्लेटफॉर्म था, जिसने अब काफी बदलाव कर लिया है। ट्रेंडिया सेंटर में पुरानी यादें, शिल्प कौशल और संस्कृति की संगम है। ऑरोरा एक्सपीरियंस सेंटर ब्रांड के लिए एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतीक है, जो इसके मिशन को दर्शाता है कि यह एक स्टोर से कहीं अधिक है, यह एक सांस्कृतिक पुनरुत्थानवादी है, जो सार्थक शिल्प कौशल के माध्यम से पीढ़ियों और भौगोलिक क्षेत्रों को जोड़ता है।
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