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कांग्रेसी श्री थानेदार ने इसलिए की NAFA की सराहना

NAFA एक गैर-लाभकारी संगठन है जो संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में स्वतंत्र और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण फिल्म निर्माण को समर्थन देने के लिए समर्पित है।

नॉर्थ अमेरिकन फिल्म एसोसिएशन के संस्थापक अभि घोलप। / Courtesy photo : Lalit K Jha

मराठी भाषी प्रवासी समुदाय के लिए वह क्षण गौरवपूर्ण रहा जब भारतीय अमेरिकी कांग्रेसी श्री थानेदार ने इस सप्ताह सदन में उत्तरी अमेरिका में मराठी सिनेमा और संस्कृति को बढ़ावा देने में योगदान के लिए नॉर्थ अमेरिकन फिल्म एसोसिएशन (NAFA) की सराहना की।

अमेरिकी कांग्रेस के पहले मराठी भाषी सदस्य थानेदार ने कहा कि मराठी सिनेमा को अधिक सुलभ बनाकर NAFA का उद्देश्य महाराष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना, सांस्कृतिक सीमाओं को पाटना और कला एवं संस्कृति के लिए एक अधिक विविध स्थान बनाना है।

फिल्म निर्माता और समाजसेवी अभि घोलप द्वारा स्थापित NAFA एक गैर-लाभकारी संगठन है जो संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में स्वतंत्र और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण फिल्म निर्माण का समर्थन करने के लिए समर्पित है। वित्तीय प्रायोजन, मास्टरक्लास और फिल्म समारोहों जैसी पहल के माध्यम से NAFA क्षेत्रीय भारतीय कहानीकारों की आवाज को बुलंद करने और उन्हें वैश्विक दर्शकों से जोड़ने में मदद कर रहा है।

संगठन अपने प्रमुख कार्यक्रम, मराठी अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन 25 से 27 जुलाई, 2025 तक सैन जोस के ऐतिहासिक कैलिफोर्निया थिएटर में करेगा। इस महोत्सव में मराठी फीचर फिल्मों, लघु फिल्मों, छात्र कृतियों और वेब सीरीज का एक चयनित संग्रह प्रदर्शित किया जाएगा, जिन्हें व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने के लिए अंग्रेजी में उपशीर्षक दिए गए हैं।

अपने संबोधन में कांग्रेसी थानेदार ने जिजी-भाऊ कैंसर फाउंडेशन के माध्यम से घोलप के मानवीय कार्यों की भी सराहना की, जो ग्रामीण भारत में ल्यूकेमिया से जूझ रहे बच्चों की सहायता करता है।

थानेदार ने मराठी में समापन करते हुए कहा- तुमच्या मराठी बोल्नार्य कांग्रेससदाश्याकदुन उत्तम शुभेच्छा। यानी इस मराठी भाषी कांग्रेसी की ओर से NAFA को शुभकामनाएं।

NAFA के प्रयास ऐसे समय में सामने आ रहे हैं जब क्षेत्रीय भारतीय सिनेमा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल कर रहा है। कलात्मक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने, फिल्म निर्माताओं का समर्थन करने और अंतर-सांस्कृतिक संबंध बनाने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता ने इसे उत्तरी अमेरिका में प्रवासी-नेतृत्व वाली सांस्कृतिक पहलों के लिए एक प्रेरणास्रोत बना दिया है।

सैन जोस में होने वाले आगामी फिल्म महोत्सव में अमेरिका, भारत और अन्य जगहों से फिल्म निर्माताओं, कलाकारों और सिनेमा प्रेमियों के आने की उम्मीद है।

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