ईरान के लिए चल रहे अवैध समुद्री तेल तस्करी नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अमेरिका ने कई भारतीय नागरिकों और कंपनियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की ओर से बुधवार को यह कदम उठाया गया, जो 2018 के बाद से ईरान को लेकर सबसे बड़ा प्रतिबंध पैकेज है।
यह कार्रवाई 50 से अधिक व्यक्तियों, कंपनियों और जहाजों पर है, जो विभिन्न देशों में फैले हुए हैं। अमेरिका के अनुसार, इनमें यूएई और भारत की कंपनियों की भी अहम भूमिका रही है, जो अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद ईरान के तेल परिवहन में मदद कर रही थीं।
शमखानी परिवार का नेटवर्क और भारत से जुड़ाव
ट्रेजरी विभाग के अनुसार, इन जहाजों का संचालन मोहम्मद हुसैन शमखानी के नियंत्रण वाले नेटवर्क के जरिए किया जा रहा था। हुसैन, ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार अली शमखानी के बेटे हैं। ट्रेजरी का कहना है कि उन्होंने अपने पिता के राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर टैंकरों और कंटेनर जहाजों का एक विशाल बेड़ा खड़ा किया है, जिससे ईरान की सैन्य गतिविधियों को वित्तीय सहायता दी जा रही है।
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा, शमखानी परिवार का यह नेटवर्क दिखाता है कि किस तरह ईरानी शासन से जुड़े लोग अपने पदों का इस्तेमाल निजी लाभ और खतरनाक गतिविधियों के लिए करते हैं।
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