भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र को अमेरिकन मीटिरियोलॉजिकल सोसाइटी (AMS) द्वारा 2025 का "आउटस्टैंडिंग सर्विस अवार्ड" प्रदान किया गया है। यह सम्मान उन्हें भारतीय महासागर क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की भविष्यवाणी और चेतावनी प्रणाली को बेहतर बनाने में उनके असाधारण नेतृत्व के लिए दिया गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 23 जनवरी को X (पूर्व में ट्विटर) पर यह खबर साझा की। विभाग ने लिखा, "भारतीय मौसम विज्ञान विभाग डॉ. मृत्युंजय महापात्र को अमेरिकी मौसम विज्ञान सोसाइटी द्वारा 2025 के लिए वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय गतिविधि आयोग उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किए जाने पर बधाई देता है। यह सम्मान उन्होंने भारतीय महासागर क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की भविष्यवाणी और चेतावनी प्रणालियों को बेहतर बनाने के लिए असाधारण नेतृत्व और सेवाओं के लिए अर्जित किया है।"
अमेरिकन मीटिरियोलॉजिकल सोसाइटी (AMS)
अमेरिकन मीटिरियोलॉजिकल सोसाइटी (AMS) संयुक्त राज्य अमेरिका की एक वैज्ञानिक और पेशेवर संस्था है, जो वायुमंडलीय, महासागरीय और जल विज्ञान संबंधी विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
डॉ. मृत्युंजय महापात्र कौन हैं
ओडिशा में जन्मे डॉ. मृत्युंजय महापात्र भारत के जाने-माने मौसम विज्ञानी हैं। उन्होंने भौतिकी में पीएचडी की है और अपने 30 साल के करियर में चक्रवात पूर्वानुमान और मौसम भविष्यवाणी प्रणालियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें 2022 में दिया गया "ऑनोरिस कॉसा, डॉक्टर ऑफ साइंस" भी शामिल है।
डॉ. महापात्र वर्तमान में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में भी कार्यरत हैं और WMO के तीसरे उपाध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं।
'साइक्लोन मैन ऑफ इंडिया' का खिताब
डॉ. मृत्युंजय महापात्र को उनके असाधारण कार्यों के लिए 'साइक्लोन मैन ऑफ इंडिया' का खिताब दिया गया है। उनके नेतृत्व ने वैश्विक स्तर पर चक्रवात पूर्वानुमान, गंभीर मौसम भविष्यवाणी और मौसम विज्ञान क्षमता निर्माण को मजबूत किया है। डॉ. महापात्र को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए देशभर से बधाईयां मिल रही हैं। उनका यह योगदान भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौसम विज्ञान के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ है।
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