भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल के वर्षों में अमेरिका व कनाडा में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमलों के मद्देनज़र, इन दोनों देशों में स्थित सभी हिंदू मंदिरों को हाई अलर्ट पर रहने और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की सलाह दी गई है। यह चेतावनी हिंदू मंदिर एम्पावरमेंट काउंसिल (HMEC) ने गुरुवार को जारी एक आधिकारिक एडवाइजरी में दी।
HMEC ऐसा संगठन है जो अमेरिका और कनाडा के 1100 से अधिक हिंदू मंदिरों का प्रतिनिधित्व करता है। काउंसिल ने कहा है कि हाल ही में पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी तत्वों द्वारा मंदिरों पर हमलों और भारत विरोधी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। इन तत्वों ने हाल के दिनों में अमेरिका और कनाडा के कई शहरों में भारत विरोधी रैलियां आयोजित की हैं और खुलेआम भारतीय समुदाय के खिलाफ हिंसा के आह्वान किए हैं।
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HMEC ने एडवाइजरी में क्या कहा?
काउंसिल ने चेतावनी दी है कि इस सप्ताहांत सभी मंदिरों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। एडवाइजरी में कहा गया है, "भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण, इस सप्ताहांत सभी मंदिरों को हाई अलर्ट पर रहने की सलाह दी जाती है। हमारे पूजास्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमें पहले से सतर्क रहना होगा।"
HMEC ने मंदिर प्रबंधनों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रवेश और निकास द्वारों पर सुरक्षा कैमरे लगाएं, सभी आगंतुकों की निगरानी रखें, स्वयंसेवकों और स्टाफ के लिए पहचान पत्र का उपयोग करें, और भीड़ नियंत्रण एवं आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दें।
अन्य सुरक्षा उपाय
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संकेतक बोर्ड लगाना
आपातकालीन नंबर (पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस) प्रमुखता से प्रदर्शित करना
पार्किंग क्षेत्रों की निगरानी के लिए विश्वसनीय स्वयंसेवकों की नियुक्ति
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की स्थिति में तुरंत स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सूचित करना
HMEC ने यह भी बताया कि अमेरिका, कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में खालिस्तानी तत्वों की गतिविधियों से दंगा जैसे हालात पैदा हो रहे हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। HMEC ने अंत में कहा, "कृपया सतर्क रहें और किसी भी असामान्य गतिविधि की जानकारी तुरंत स्थानीय प्रशासन को दें। अपने समुदाय और मंदिर की सुरक्षा हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी है।"
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